नई दिल्ली,(ईएमएस)। भारत सरकार ने राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार बोर्ड (एनएसएबी) में अहम बदलाव करते हुए पूर्व रॉ प्रमुख आलोक जोशी को इसका नया अध्यक्ष नियुक्त किया है। अब इस बोर्ड में कुल सात सदस्य होंगे, जिनमें सेना, पुलिस और विदेश सेवा से सेवानिवृत्त अधिकारी शामिल हैं। राष्ट्रीय सुरक्षा सलाकार बोर्ड में शामिल अन्य सदस्यों में पूर्व वायुसेना अधिकारी एयर मार्शल पीएम सिन्हा, पूर्व लेफ्टिनेंट जनरल एके सिंह, रियर एडमिरल मॉन्टी खन्ना, सेवानिवृत्त आईपीएस अधिकारी राजीव रंजन वर्मा और मनमोहन सिंह के साथ ही पूर्व राजनयिक बी वेंकटेश वर्मा के नाम शामिल हैं। यह बदलाव ऐसे समय में हुआ है जब भारत और पाकिस्तान के बीच पहलगाम आतंकी हमले के बाद से तनाव अपने चरम पर पहुंच चुका है। क्या होती एनएसएबी की भूमिका राष्ट्रीय सुरक्षा सलाकार बोर्ड सरकार के बाहर के अनुभवी और विशेषज्ञ लोगों से मिलकर बना होता है, जो राष्ट्रीय सुरक्षा परिषद को दीर्घकालिक रणनीति, नीतिगत विकल्प और सुरक्षा मुद्दों पर सलाह देता है। इसका मकसद जटिल सुरक्षा मामलों पर निष्पक्ष और गहन विश्लेषण प्रस्तुत करना होता है। प्रधानमंत्री मोदी की उच्च स्तरीय बैठकें प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने बुधवार को सुरक्षा से जुड़े चार अहम बैठकों की अध्यक्षता की—जिसमें सीसीएस, सीसीपीए, सीसीईए और कैबिनेट बैठक शामिल थीं। पहलगाम हमले के बाद भारत ने कई सख्त निर्णय लिए हैं जिससे पाकिस्तान पर अंतरराष्ट्रीय दबाव बढ़ा है। पाकिस्तान की उकसावे वाली कार्रवाई जारी पाकिस्तान ने तनाव के बावजूद सीजफायर का उल्लंघन करते हुए बारामूला सहित कई स्थानों पर गोलीबारी की है। भारतीय सेना ने भी जवाबी कार्रवाई करते हुए पाकिस्तान को मुंहतोड़ जवाब दिया है। हिदायत/ईएमएस 30अप्रैल25