वाशिंगटन (ईएमएस)। अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने देश में ट्रक चालकों के लिए अंग्रेजी में अनिवार्यता को लेकर एक कार्यकारी आदेश पर हस्ताक्षर कर दिया हैं। इस आदेश को लेकर सिख अधिकार समूहों ने चिंता जाहिर की है। इन समूहों ने कहा है कि आदेश का सिख समुदाय के ट्रक चालकों पर ‘‘भेदभावपूर्ण प्रभाव’’ पड़ सकता है और रोजगार में अनावश्यक बाधाएं पैदा हो सकती हैं। आदेश में कहा गया है, अंग्रेजी में दक्षता पेशेवर चालकों के लिए सुरक्षा संबंधी अनिवार्यता होनी चाहिए। वे यातायात संकेतों को पढ़ने और समझने में सक्षम हो, उन्हें यातायात सुरक्षा, सीमा गश्त, कृषि चौकियों और माल वजन-सीमा स्टेशन के अधिकारियों के साथ संवाद करना आना चाहिए। ट्रंप ने अंग्रेजी को अमेरिका की आधिकारिक राष्ट्रीय भाषा घोषित किया है। ‘सिख कोलिशन’ संगठन कहा कि वे ट्रंप के आदेश से ‘‘काफी चिंता’’ में है। हम समझते हैं कि इस आदेश के तहत परिवहन मंत्री सीन डफी को ‘अंग्रेजी में दक्षता संबंधी अनिवार्यता के अनुपालन के लिए निरीक्षण प्रक्रियाओं को मजबूत करने के मकसद से’’ कदम उठाने का निर्देश दिया जाएगा। ‘सिख कोलिशन’ समूह ने कहा कि आदेश उस सिख समुदाय के लिए गंभीर चिंता पैदा करता है, जिसकी अमेरिका के ट्रक संचालन उद्योग में मजबूत उपस्थिति है। रिपोर्ट में कहा गया था कि देश के ट्रक संचालन उद्योग में करीब 1,50,000 सिख काम करते हैं, जिनमें से 90 फीसदी चालक हैं। समूह ने कहा, ‘‘हम इस बात को लेकर चिंतित हैं कि इस आदेश का सिख ट्रक चालकों पर भेदभावपूर्ण प्रभाव पड़ सकता है और योग्य व्यक्तियों के लिए रोजगार प्राप्त करने में अनावश्यक बाधाएं पैदा हो सकती हैं। आशीष/ईएमएस 30 अप्रैल 2025