अहमदाबाद (ईएमएस)| अहमदाबाद पुलिस और अहमदाबाद महानगर पालिका ने मंगलवार को चंडोला तालाब में अतिक्रमण हटाने का ऐतिहासिक अभियान चलाया। इस अभियान का उद्देश्य राष्ट्र विरोधी एवं अवैध गतिविधियों को जड़ से उखाड़ फेंकना है। प्राकृतिक तालाब पर अतिक्रमण कर और उसे नष्ट कर बनाए गए सुरक्षित आश्रय स्थानों को ध्वस्त कर दिया गया है। यह सरकार के इस दृढ़ संकल्प की पुष्टि करता है कि किसी भी प्रकार की राष्ट्र विरोधी या असामाजिक गतिविधियों को बर्दाश्त नहीं किया जाएगा। वास्तव में, ऐसी किसी भी गतिविधियों के साथ मिसाल कायम करते हुए कार्रवाई की जाएगी। इस विशाल अतिक्रमण को हटाने का अभियान निम्नांकित मुख्य पहलुओं पर केंद्रित था : 1. अल-कायदा स्लीपर सेल और अन्य आतंकवादी नेटवर्क : कुछ महीने पहले जिस जगह पर 4 आतंकवादियों को हिरासत में लिया गया था, उस स्थल को ध्वस्त कर दिया गया है। हाल के वर्षों में, गुजरात आतंक रोधी दस्ते (एटीएस) ने गैरकानूनी गतिविधियों (रोकथाम) अधिनियम (यूएपीए) के तहत अहमदाबाद शहर के एक इलाके से प्रतिबंधित आतंकवादी संगठन अल-कायदा भारतीय उप महाद्वीप (एक्यूआईएस) के चार सक्रिय सदस्यों को गिरफ्तार किया था, जो मूल रूप से बांग्लादेश के थे। फिलहाल राष्ट्रीय जांच एजेंसी (एनआईए) इस मामले की जांच कर रही है। वर्तमान में अंसारुल्लाह बांग्ला टीम (एबीटी) और जमातुल मुजाहिद्दीन बांग्लादेश (जेएमबी) तथा अन्य आतंकी संगठनों के कई आतंकवादी बांग्लादेश की जेल से मुक्त होने के बाद घुसपैठ का प्रयास कर रहे हैं। 2. ड्रग कार्टेल : बेनकाब हो चुके अनेक ड्रग कार्टेल के साथ जुड़े अवैध अतिक्रमणों को ध्वस्त कर दिया गया है। अतीत में, इस इलाके से ड्रग के अनेकों मामले सामने आए हैं, और वहां ड्रग का व्यापार प्रचलित था। कई बांग्लादेशी नागरिकों ने इन गतिविधियों में सक्रिय भूमिका निभाई थी। 3. अवैध बांग्लादेशी नागरिक : उल्लेखनीय संख्या में अवैध बांग्लादेशी नागरिकों को हिरासत में लिया गया और उनके अतिक्रमणों को ध्वस्त कर दिया गया। इस कार्रवाई के दौरान अहमदाबाद पुलिस ने अवैध बांग्लादेशी नागरिकों के कई आपराधिक नेटवर्कों को सफलतापूर्वक तोड़ दिया है। 4. वेश्यावृत्ति और तस्करी का नेटवर्क : इस इलाके में कार्यरत एक बड़े वेश्यावृत्ति नेटवर्क का पर्दाफाश किया गया है। गत वर्ष अहमदाबाद क्राइम ब्रांच ने मानव तस्करी का मामला दर्ज किया था, जिसमें एक व्यक्ति युवा बांग्लादेशी लड़कियों को बहला-फुसलाकर अहमदाबाद शहर में लाता था, उनका शारीरिक शोषण करता था और उन्हें वेश्यावृत्ति के दलदल में धकेल देता था। 5. जाली दस्तावेजों का मामला : पिछले वर्ष अहमदाबाद क्राइम ब्रांच ने फर्जी और अवैध दस्तावेजों तथा मनी लॉन्ड्रिंग का मामला भी दर्ज किया था, जिसमें आरोपी यहां अवैध गतिविधियों के जरिए पैसा कमाते थे और उसे अवैध रूप से बांग्लादेश ट्रांसफर करते थे। अहमदाबाद शहर क्राइम ब्रांच जल्द ही ऐसे एक मामले में एफआईआर दर्ज करेगी, जिसमें बांग्लादेशी नागरिकों ने फर्जी दस्तावेज बनाकर भारतीय पासपोर्ट हासिल किया था। मुख्यमंत्री और गृह राज्य मंत्री के निर्देशों के बाद और राज्य पुलिस महानिदेशक एवं पुलिस आयुक्त के मार्गदर्शन में 25 अप्रैल, 2025 को चंडोला इलाके में अवैध गतिविधियों को नेस्तनाबूद करने, भविष्य में घुसपैठ को रोकने और चंडोला तालाब जैसी सरकारी संपत्ति पर अतिक्रमण को रोकने के लिए एक उच्च स्तरीय बैठक हुई थी। इस बैठक में सभी जिलों को घुसपैठियों के खिलाफ कार्रवाई करने के लिए निर्देश दिए गए थे। इन निर्देशों के आधार पर अहमदाबाद शहर पुलिस ने 26 अप्रैल, 2025 को तड़के 3:00 बजे चंडोला तालाब के आसपास कॉम्बिंग ऑपरेशन चलाया था। आज के ऐतिहासिक अभियान में 2000 से अधिक पुलिसकर्मी, एसआरपी की 15 कंपनियां, अहमदाबाद महानगर पालिका के 1800 कर्मचारी, 74 जेसीबी, 200 ट्रक, इलेक्ट्रिशियनों की 20 टीमें, 10 मेडिकल टीमें, 15 फायर टेंडरों ने मिलकर 2000 से अधिक अतिक्रमण-झुग्गियों, 3 अवैध रिसॉर्ट और अवैध पार्किंग यूनिट को ध्वस्त कर दिया तथा राज्य के प्राकृतिक संसाधन समान प्राकृतिक जलाशय वाले इलाके को फिर से हासिल कर लिया। सतीश/29 अप्रैल