राज्य
29-Apr-2025
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- कांग्रेस की चार पीढ़ियां बाबा साहब को अपमानित करती रहीं, चार गज जमीन तक नहीं दी - कांग्रेस द्वारा संविधान में किए गए संशोधन देश को शर्मसार करने वाले हैं - मोदी जी ने संविधान में संशोधन दलितों, वंचितों, महिलाओं को अधिकार देने के लिए किया - तरूण चुघ - कांग्रेस तुष्टिकरण व वर्ग विशेष को लाभ पहुंचाने संविधान को कुचलती रही - प्रधानमंत्री मोदी जी बाबा साहब के विचारों को जमीन पर उतारने का कार्य कर रहे - बाबा साहब ने सशक्त भारत के निर्माण का मार्ग प्रशस्त किया है - विष्णुदत्त शर्मा भोपाल (ईएमएस)। भारतीय जनता पार्टी के राष्ट्रीय महामंत्री तरूण चुघ एवं भाजपा प्रदेश अध्यक्ष व खजुराहो सांसद विष्णुदत्त शर्मा ने मंगलवार को भाजपा प्रदेश कार्यालय में संविधान निर्माता भारत रत्न बाबा साहब डॉ. भीमराव अंबेडकर सम्मान अभियान के तहत भोपाल जिला द्वारा आयोजित विचार गोष्ठी को संबोधित किया। संगोष्ठी में पहलगाम हमले में दिवंगत हुए व्यक्तियों को दो मिनट का मौन रखकर शोक व्यक्त किया गया। भाजपा के राष्ट्रीय महामंत्री तरूण चुघ ने कहा कि कांग्रेस पार्टी की चार पीढ़ियां सात दशक से बाबा साहब को अपमानित करती आ रही हैं। बाबा साहब के अंतिम संस्कार के लिए कांग्रेस ने दिल्ली में चार गज जमीन नहीं दी। कांग्रेस पार्टी ने 75 से अधिक बार संविधान में संशोधन किए हैं। यह संशोधन देश को शर्मसार करने वाले हैं कांग्रेस पार्टी के नेता अपने अहंकार, झूठ, षड्यंत्रों को बचान के लिए संविधान में संशोधन किए। भाजपा ने संविधान में संशोधन समाज व राष्ट्र के उत्थान, दलितों, वंचितों, महिलाओं को अधिकार दिलाने के लिए किए गए हैं। भाजपा प्रदेश अध्यक्ष व सांसद विष्णुदत्त शर्मा ने कहा कि आजादी के बाद कांग्रेस पार्टी और उसके नेता तुष्टिकरण व वर्ग विशेष को लाभ पहुंचाने संविधान को कुचलते रहे। प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी बाबा साहब के विचारों को जमीन पर उतार रहे हैं। बाबा साहब ने सशक्त भारत के निर्माण का मार्ग प्रशस्त किया है। बाबा साहब के विचारों के आधार पर भारतीय रिजर्व बैंक, वित्त आयोग का गठन हुआ। केंद्रीय जल नीति, आर्थिक नीतियां और जल संरक्षण के लिए बड़े बांधों का निर्माण हुआ है। प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी बाबा साहब के विचारों को ही पूरा कर रहे हैं। बाबा साहब का नाम न लेना पड़े इसलिए कांग्रेस ने 26 नवंबर को भुला दिया- तरूण चुघ भाजपा के राष्ट्रीय महामंत्री तरूण चुघ ने कहा कि कांग्रेस पार्टी बाबा साहब का इतना अपमान करती थी कि उनका नाम न आए, इसलिए 26 नवंबर 1949 की तारीख को भुला दिया। 26 नवंबर 1949 वह तारीख है, जिस दिन बाबा साहब डॉ. भीमराम अंबेडकर के नेतृत्व में संविधान सभा ने भारत के संविधान को अंगीकृत किया। संविधान को अंगीकृत करने की जब 25वीं वर्षगांठ मनाया जाना था, तब वर्ष 1975 में कांग्रेस की दूसरी पीढ़ी की श्रीमती इंदिरा गांधी ने देश में आपातकाल लगाकर संविधान को ही निलंबित कर दिया था। देश में आपातकाल लगाने वाली कांग्रेस आज संविधान बचाने का ढोंग कर रही है। संविधान बचाने का प्रयास करने वाले 1 लाख लोकतंत्र सेनानियों को आपातकाल में जेल में डाल दिया गया था। बाबा साहब कभी कांग्रेस के सदस्य के रूप में जवाहरलाल नेहरू के मंत्रिमंडल में नहीं थे। वे हिंदू महासभा के जस्टिस खरे द्वारा रिक्त की गई सीट से चुनकर सदन में पहुंचे थे। बाबा साहब ने जवाहरलाल नेहरू द्वारा किए जा रहे अपमान और द्वेष के कारण मंत्रिमंडल से इस्तीफा दिया था। जवाहाल नेहरू ने कहा कि डॉ. अंबेडकर के इस्तीफे से कोई फर्क नहीं पड़ेगा। चुघ ने कहा कि बाबा साहब जैसे सशक्त हाथों में देश को देखना चाहते थे, प्रधानमंत्री जी वैसे ही देश को आगे ले जा रहे हैं। आज का भारत प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी का भारत है। भारत अब कमजोर नहीं है, जो भी हरकत करता है, उसे करारा जवाब दिया जाता है। अभी जो घटना हुई है, उनके गुनहगारों को भी करारा जवाब मिलेगा। बाबा साहब का अपमान और देश के संविधान का अपमान करने से कांग्रेस की चार पीढ़ियों का घड़ा भर चुका है। जनता अब कांग्रेस द्वारा फैलाए जा रहे झूठ व भ्रम में नहीं आने वाली है। प्रधानमंत्री जी बाबा साहब के उन विचारों को पूरा कर रहे, जिन्हें जवाहरलाल नेहरू ने रोका था भाजपा के राष्ट्रीय महामंत्री तरूण चुघ ने कहा कि जवाहरलाल नेहरू और कांग्रेस द्वारा समाज में झूठ फैलाया जा रहा था कि बाबा साहब ने स्वास्थ्य कारणों से मंत्रिमंडल से इस्तीफा दिया। तब बाबा साहब ने स्पष्ट किया था कि मैंने महिलाओं को अधिकार देने, बहुविवाह प्रथा समाप्त करने, बाल विवाह रोकने, पिता की संपत्ति में महिलाओं को अधिकार देने संबंधी हिंदू कोड बिल बनाया था, जिसे जवाहरल नेहरू ने रोका है। देश में समान नागरिक संहिता लागू होनी चाहिए। बाबा साहब के विरोध के बाद जम्मू कश्मीर में धारा 370 लगाई गई, भारत की विदेश नीति कमजोर है। देश कमजोर हाथों में है, इसलिए बाबा साहब ने मंत्री पद से इस्तीफा दिया था। बाबा साहब की बात सच हुई 1962 में चीन ने हमला कर दिया। बाबा साहब के ़साथ कांग्रेस पार्टी और उसके नेता जीते जी और दिवंगत होने के बाद भी अन्याय करते रहे। बाबा साहब को दिल्ली में रहने के लिए शासकीय आवास नहीं दिया था। कांग्रेस के नेता जीतेजी स्वयं को भारत रत्न दे दिया, लेकिन बाबा साहब को कोई सम्मान नहीं दिया। बाबा साहब के परिनिर्वाण के बाद दिल्ली में उनके अंतिम संस्कार के लिए चार गज जमीन तक कांग्रेस ने नहीं दिया। प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के नेतृत्व में केंद्र की सरकार ने बाबा साहब से जुड़े पांच स्थानों को पंचतीर्थ बनाने का कार्य किया है। बाबा साहब के जिन विचारों को कांग्रेस पार्टी ने रोका था, प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी उन्हें पूरा कर रहे हैं। प्रधानमंत्री जी ने जम्मू-कश्मीर से धारा 370 हटाई, सीएए लागू किया। कांग्रेस ने मंडल आयोग की रिपोर्ट दबाई थी। भाजपा के समर्थन से बनी सरकार में मंडल आयोग की रिपोर्ट लागू की गई, जिससे ओबीसी वर्ग को आरक्षण मिला। भाजपा सरकार ने ओबीसी आयोग को संवैधानिक दर्जा दिया। प्रधानमंत्री जी देश के 80 करोड़ लोगों को मुफ्त अनाज दे रहे हैं, 13 करोड़ परिवारों को उज्जवला योजना के तहत रसोई गैस दी। बाबा साहब ने जो कार्य करने का सोचा था, प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी उन कार्यों को पूरा कर रहे हैं। कांग्रेस की नेत्री को अदालत ने सजा दी तो उसने देश की जनता को ही सजा दे दी भाजपा के राष्ट्रीय महामंत्री तरूण चुघ ने कहा कि अदालत ने कांग्रेस नेत्री श्रीमती इंदिरा गांधी को सजा दी। उनकी कुर्सी जाने लगी तो उन्होंने देश में आपातकाल लगाकर देश की जनता को ही सजा दे दी। कांग्रेस पार्टी द्वारा संविधान में किए गए एक-एक संशोधन देश को शर्मसार करने वाले हैं। कांग्रेस पार्टी ने 75 से अधिक संशोधन किए हैं। कांग्रेस पार्टी ने संविधान की धज्ज्यिं उड़ाईं। कांग्रेस की पहली पीढ़ी जवाहरलाल नेहरू ने बाबा साहब को संविधान सभा में आने से रोकने के लिए चुनाव हराने का कार्य किया, पश्चिम बंगाल से चुनाव जीतकर आए तो, जहां से चुनाव जीते उस क्षेत्र को पूर्वी पाकिस्तान को दे दिया जबकि वह क्षेत्र हिंदू बहुल था। कांग्रेस की दूसरी पीढ़ी श्रीमती इंदिरा गांधी ने बाबा साहब के उस संविधान को कुचला, जो उन्होंने दलितों, वंचितों, महिलाओं के साथ हर वर्ग को अधिकार देने के लिए बनाया था। कांग्रेस पार्टी ने हमेशा संविधान को तोड़ने का कार्य किया। बाबा साहब ने संविधान में हर नागरिक को मतदान करने का अधिकार दिया, ताकि हर नागरिक देश की तरक्की में भागीदार बन सकें। बाबा साहब ने संविधान में हर वर्ग के विकास व उत्थान का प्रावधान किया है-विष्णुदत्त शर्मा भाजपा प्रदेश अध्यक्ष व खजुराहो सांसद विष्णुदत्त शर्मा ने संगोष्ठी को संबोधित करते हुए कहा कि जब हम इतिहास में जाते हैं तो मन पीड़ा से भर जाता है कि बाबा साहब अंबेडकर ने भारत के एकता और अखंडता में अपना महत्वपूर्ण योगदान देकर और संपूर्ण भारत को एक सूत्र में बाधने का कार्य किया, लेकिन कांग्रेस ने बाबा साहब को अपमानित किया। बाबा साहब ने समाज सुधारक के साथ समाज में वंचित लोगों को अवसर दिलाने का कार्य किया। बाबा साहब का हृदय इतना बड़ा था कि उन्होंने संविधान के निर्माण करते समय हर वर्ग के उत्थान का कार्य किया। जवाहरलाल नेहरू ने संविधान की प्रस्तावना में परिवर्तन कर धर्मनिरपेक्षता और समाजवाद शब्द को जोड़ा जिसका विरोध बाबा साहब ने किया था। लेकिन दुर्भाग्य है कि कांग्रेस ने इन बातों को जानबूझकर के तुष्टीकरण और स्वार्थ की राजनीति करने के लिए किया। कांग्रेस की तत्कालीन सरकार में मंत्री रहते हुए बाबा साहब ने जम्मू कश्मीर में धारा-370 लगाने का पुरजोर विरोध किया था, लेकिन तत्कालीन कांग्रेस सरकार ने बाबा साहब की बात को नकारते हुए धारा 370 लगाई। बाबा साहब अंबेडकर ने विरोध किया और डॉक्टर श्यामा प्रसाद मुखर्जी देश के उद्योग मंत्री थे, उन्होंने इस्तीफा देकर भारतीय जनसंघ की स्थापना की और वह जेल गए, जहां उनकी संदिग्ध परिस्थितियों में मौत हो गई। जम्मू-कश्मीर से धारा 370 हटाने के विरोध के कारण जनसंघ की स्थापना हुई। धारा 370 में प्रावधान था कि जम्मू-कश्मीर में रहने वाले अनुसूचित जाति वर्ग के हमारे सफाई कर्मी भाई-बहनों के बच्चे पूरी जिंदगी सफाई कर्मी ही रहेंगे, चाहे वह कितना भी पढ़ाई क्यों न कर लें, उन्हें सफाईकर्मी का कार्य ही करना होगा। अगर वे दूसरा कोई कार्य करना चाहते हैं तो उन्हें जम्मू-कश्मीर की नागरिकता छोड़नी होगी। जवाहरलाल नेहरू की वजह से जम्मू-कश्मीर के हमारे सफाईकर्मी परिवारों के बच्चे वर्षों तक पढ़ने के बाद भी सफाई का कार्य करने को मजबूर होते रहे। यह कांग्रेस की इस वर्ग के प्रति सोच को दर्शाता है। उन्होंने कहा कि कांग्रेस पार्टी ने तुष्टिकरण और वोट बैंक की राजनीति के लिए संविधान में कई संशोधन किए। इलाहाबाद उच्च न्यायालय ने फैसला दिया तो कुर्सी जाने लगी तब देश में आपातकाल लगाकर संविधान का गला घोंटा गया। सुप्रीम कोर्ट ने एक फैसला दिया तो तत्कालीन केंद्र की कांग्रेस सरकार ने संविधान संशोधन कर अदालत के फैसले को प्रभावहीन करने का कार्य किया। बाबा साहब ने संविधान में संपूर्ण भारत को एक सूत्र में बांधने का कार्य किया, लेकिन कांग्रेस ने वर्ग विशेष की वोट बैंक और तुष्टिकरण के लिए 75 बार संविधान में संशोधन किए हैं। बाबा साहब के विरोध के बावजूद जवाहरलाल नेहरू ने संविधान में धर्मनिरपेक्ष और समाजवाद जैसे शब्दों को जोड़ा है। यह तुष्टिकरण की राजनीति ही तो है। भाजपा बाबा साहब के संपूर्ण कृतित्व व व्यक्तित्व जनता के सामने ला रही है भाजपा प्रदेश अध्यक्ष व सांसद विष्णुदत्त शर्मा ने कहा कि बाबा साहब अर्थशास्त्र के बडे़ विद्वान थे, उनके विचार पर भारतीय रिजर्व बैंक का गठन किया गया। लेकिन आजादी के बाद कांग्रेस ने बाबा साहब के सभी पक्षों को जनता के सामने नहीं आने दिया। बाबा साहब का एक पक्ष सामने रखा गया कि उन्होंने संविधान बनाया, सामाजिक समरसता के लिए कार्य किया। कांग्रेस ने ऐसा प्रचारित किया कि बाबा साहब ने एक वर्ग के उत्थान के लिए ही कार्य किया है, जबकि ऐसा नहीं है। बाबा साहब ने हर समाज वर्ग के उत्थान व कल्याण के लिए कार्य किया है। भारतीय जनता पार्टी बाबा साहब सम्मान अभियान के तहत उनके संपूर्ण कृतित्व व व्यक्तित्व को समाज के सामने लाने का कार्य कर रही है। आप सभी बाबा साहब के सभी पक्षों को जनता तक पहुंचाने का कार्य करें। उन्होंने स्वतंत्र भारत को लोकतांत्रिक व न्याय सुलभ बनाने के साथ ही प्रत्येक भारतीय को समान अवसर एवं सम्मानपूर्वक जीवन जीने का अधिकार भी प्रदान किया। प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के नेतृत्व में भाजपा की डबल इंजन सरकार बाबा साहेब के विचारों एवं आदर्शों के अनुरूप “सबका साथ, सबका विकास, सबका प्रयास, सबका विष्वास“ तथा पं. दीनदयाल उपाध्याय के अंत्योदय के मंत्र के साथ समाज के हर वर्ग के उत्थान के लिए कृत-संकल्पित है। संगोष्ठी को पार्टी के प्रदेश महामंत्री व विधायक हरिशंकर खटीक एवं जिला अध्यक्ष रविन्द्र यति ने भी संबोधित किया। इस दौरान पार्टी के प्रदेश के महामंत्री व विधायक भगवानदास सबनानी, प्रदेश महामंत्री सरदेन्दू तिवारी, प्रदेश मंत्री व विधायक श्रीमती मनीषा सिंह, अनुसूचित जाति मोर्चा के प्रदेश अध्यक्ष डॉ. कैलाश जाटव मंचासीन रहे। महापौर श्रीमती मालती राय ने संविधान की प्रस्तावना का पाठ किया जिसका सामूहिक वाचन किया गया। संगोष्ठी का संचालन शंकर मकोरिया ने किया एवं आभार हरिओम ओसारी ने माना। हरि प्रसाद पाल / 29 अप्रैल, 2025