राष्ट्रीय
29-Apr-2025


नई दिल्ली (ईएमएस)। जस्टिस भूषण रामकृष्ण गवई देश के अगले प्रधान न्यायाधीश होंगे। राष्ट्रपति ने अगले प्रधान न्यायाधीश के तौर पर उनके नाम पर मुहर लगा दी है। वे 14 मई को शपथ लेंगे। उनका कार्यकाल 6 महीने 10 दिन का होगा। वह 23 नवंबर 2025 को रिटायर होंगे। जस्टिस गवई देश के दूसरे दलित प्रधान न्यायाधीश होंगे। सीजेआई संजीव खन्ना 13 मई को रिटायर होंगे। जस्टिस गवई मई 2019 में ही सुप्रीम कोर्ट के जज बने थे। महाराष्ट्र के अमरावती जिले में जस्टिस बीआर गवई का जन्म 24 नवंबर, 1960 को हुआ था। वह 14 नवंबर 2003 को बॉम्बे हाईकोर्ट जज बने थे। जस्टिस गवाई पांच जजों की संविधान पीठ का हिस्सा थे, जिसने दिसंबर 2023 में जम्मू-कश्मीर राज्य को विशेष दर्जा देने वाले अनुच्छेद 370 के प्रावधानों को निरस्त करने के केंद्र के फैसले को बरकरार रखा था। वो राजनीतिक फंडिंग के लिए चुनावी बॉन्ड योजना को रद्द करने वाली पांच जजों की संविधान पीठ में शामिल थे। जस्टिस गवई पांच जजों वाली उस संविधान पीठ का भी हिस्सा थे, जिसने 4:1 के बहुमत से केंद्र के 2016 के नोटबंदी के फैसले को बरकरार रखा था। जस्टिस गवई सात जजों की संविधान पीठ में भी थे, जिसने 6:1 के बहुमत से यह माना था कि राज्यों को अनुसूचित जातियों के भीतर उप-वर्गीकरण करने का संवैधानिक अधिकार है। सुबोध\२९\०४\२०२५