पुणे, (ईएमएस)। पुणे के शिवाजीनगर पुलिस स्टेशन के साइबर दस्ते ने नकली नोट छापने वाले गिरोह का भंडाफोड़ किया है। इस मामले में पुलिस ने 28 लाख 66 हजार रुपये के 200 और 500 रुपये के नकली नोट और 2 लाख रुपये के असली नोट जब्त किए हैं। इस मामले में शिवाजीनगर पुलिस ने आरोपी मनीषा ठाणेकर, नरेश शेट्टी, भारती गवंड तथा प्रभु गूगलजेडी को गिरफ्तार किया है। इन आरोपियों को कोर्ट ने 29 अप्रैल तक पुलिस हिरासत में भेज दिया है। मिली जानकारी के अनुसार 17 अप्रैल को कोटक महिंद्रा बैंक ने शिवाजी नगर पुलिस स्टेशन में शिकायत दर्ज कराई थी कि उनके बैंक की सीडीएम मशीन में 200 रुपये के 55 नकली नोट जमा हुए हैं। इसके आधार पर पुलिस ने मामला दर्ज किया था। इस मामले की जांच करते हुए पुलिस ने आरोपी मनीषा ठाणेकर को गिरफ्तार किया। जब आरोपी मनीषा ठाणेकर से गहनता से पूछताछ की गई तो उसने पुलिस को बताया कि उसे कोल्हे नाम के व्यक्ति से नकली नोट मिले थे। इसके बाद जब पुलिस ने उसके बारे में और पूछताछ की तो पता चला कि उसका नाम रमेश भीमप्पा शेट्टी (निवासी लोहेगांव) है। उसके घर पर छापा मारने पर पुलिस को घर में 200 रुपये के नोटों के 20 बंडल मिले। जिनकी बाजार कीमत 4 लाख रुपये है। जबकि, उन्हें दो लाख, 4 हजार असली नोट मिले। इसके साथ ही पुलिस ने 200 रुपये के 648 नकली नोट जब्त किए। पुलिस को 500 रुपये के कुल 2,232 छपे हुए नकली नोट मिले। जो 22,32,000 रुपये है। पुलिस उपायुक्त संदीप सिंह गिल ने कहा, पुलिस ने नोट छापने के लिए इस्तेमाल की गई स्याही, खाली कागज और नकली नोट छापने के लिए इस्तेमाल किए गए प्रिंटर को जब्त कर लिया है। आरोपी भारती गवंड से 60,000 रुपये के नकली नोट, आरोपी मनीषा ठाणेकर (पाटिल) से 200 रुपये और 20,000 रुपये के नकली नोट, सचिन यमगर से 200 रुपये मूल्य के 20,000 रुपये के नकली नोट जब्त किए गए हैं। जब नरेश शेट्टी से आगे की जांच की गई, तो यह बात सामने आई कि आरोपी प्रभु गूगलजेडी ने इस अपराध में मदद की थी। इसके बाद पुलिस ने उसे हिरासत में लिया और उससे पूछताछ की। उस समय उसके पास से 200 रुपये मूल्य के 3,000 रुपये नकली नोट जब्त किए गए थे। अब तक पुलिस ने अपराध में सभी आरोपियों से कुल 28,66,100 रुपये के नकली 200 रुपये और 500 रुपये के नोट जब्त किए हैं। इसके साथ ही 2,04,000 रुपये के असली नोट, अपराध में इस्तेमाल की गई कार और अन्य सामग्री जब्त की गई है। पुलिस उपायुक्त संदीप सिंह गिल ने जानकारी देते हुए कहा कि अपराध में आरोपियों के नाम उजागर हो गए हैं और आगे की जांच जारी है। जतिन/संतोष झा- २९ अप्रैल/२०२५/ईएमएस