राष्ट्रीय
29-Apr-2025


पटना,(ईएमएस)। बिहार सरकार स्वास्थ्य व्यवस्था को सुदृढ़ करने के लिए एक बड़ा कदम उठाने जा रही है। राज्य के स्वास्थ्य मंत्री मंगल पांडेय ने मंगलवार को पटना में आयोजित एक उच्चस्तरीय समीक्षा बैठक में घोषणा की कि आगामी तीन महीनों के भीतर 27,375 आशा कार्यकर्ताओं की बहाली प्रक्रिया पूरी की जाएगी। यह नियुक्ति राज्य की प्राथमिक स्वास्थ्य सेवा को और प्रभावशाली बनाएगी। मंत्री ने बताया कि इस बहाली प्रक्रिया के तहत ग्रामीण क्षेत्रों में 21,009 आशा कार्यकर्ताओं का चयन ग्राम सभाओं के माध्यम से किया जाएगा, जिसकी जिम्मेदारी स्थानीय मुखिया को सौंपी गई है। वहीं, शहरी क्षेत्रों में 5,316 आशा कार्यकर्ताओं का चयन वार्ड पार्षदों की भागीदारी से किया जाएगा। इसके अलावा 1,050 आशा फैसिलिटेटर की भी नियुक्ति की जाएगी। स्वास्थ्य मंत्री ने यह भी जानकारी दी कि विभाग में अब तक 35,383 पदों पर बहाली के लिए विज्ञापन जारी किए जा चुके हैं। उन्होंने सामुदायिक स्वास्थ्य अधिकारियों, विशेषज्ञ डॉक्टरों, मेडिकल ऑफिसरों और आयुष चिकित्सकों की बहाली प्रक्रिया में तेजी लाने के निर्देश दिए हैं। बैठक में राज्य के अस्पतालों की सेवाओं की भी समीक्षा की गई। मंत्री ने डायलिसिस, इमरजेंसी केयर और पैथोलॉजी जांच जैसी आवश्यक सेवाओं को और बेहतर करने के निर्देश दिए। साथ ही जिला व अनुमंडल अस्पतालों तथा क्रिटिकल केयर यूनिट में बेडों की संख्या बढ़ाने की योजना पर जोर दिया गया। ट्रॉमा सेंटर व नेत्र चिकित्सा सुविधाएं होंगी सुदृढ़ ट्रॉमा सेंटरों की समीक्षा के दौरान मंत्री ने वहां की मौजूदा सुविधाओं को बढ़ाने का निर्देश दिया। राज्य के अंधापन नियंत्रण कार्यक्रम को प्रभावी बनाने के लिए आई हेल्थ फैसिलिटीज को सुदृढ़ करने की बात कही गई। साथ ही, कोरोना काल में लगाए गए ऑक्सीजन प्लांट्स के रखरखाव पर भी विशेष ध्यान देने का आदेश दिया गया। राज्य में मरीजों को त्वरित और सुलभ चिकित्सा सेवाएं मिल सकें, इसके लिए एंबुलेंस सेवाओं की संख्या बढ़ाने का भी निर्णय लिया गया है। स्वास्थ्य मंत्री ने स्पष्ट निर्देश दिया कि सभी सुविधाएं समय पर और प्रभावी ढंग से मरीजों को मिलनी चाहिए। हिदायत/ईएमएस 29अप्रैल25