क्षेत्रीय
28-Apr-2025
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नरसिंहपुर (ईएमएस)। राज्य शासन की महत्वाकांक्षी योजना देवारण्य योजना के अंतर्गत एक जिला एक औषधि पादप सहजन अर्थात मुनगा के प्रचार- प्रसार अभिसरण के विभागों की योजना एवं औषधि पौधे की कृषि संग्रहण भंडारण प्राथमिक संस्करण वितरण आदि विषयों पर दो दिवसीय प्रशिक्षण कार्यक्रम जिले की समस्त ब्लॉकों में आयोजित की जा रही है। एकीकृत आयुष चिकित्सालय नरसिंहपुर में आयोजित नरसिंहपुर ब्लाक स्तरीय प्रशिक्षण में वरिष्ठ कृषि वैज्ञानिकों कृषि विज्ञान केन्द्र नरसिंहपुर द्वारा कृषकों को प्लांट प्रोटेक्शन ने सहजन के पौधे में होने वाली बीमारियों एवं उनसे बचाव के उपायों के बारे में बताया। उन्होंने बताया कि ऐसी बहुत सी फसलें हैं, जो बिना रासायनिक कीटनाशक के उगाई जा सकती हैं। कम पानी में भी यह उग कर अच्छी फसल दे सकती हैं। किसान सहजन औषधि पौधे के विभिन्न भाग जैसे फूल, फल, पत्ते को अलग- अलग संग्रह करके इनसे अधिक से अधिक लाभ अर्जित कर सकते हैं। किसान अपनी मौसमी फसलों के साथ- साथ मल्टी लेयर फार्मिंग के द्वारा सजहन औषधि का उत्पादन कर सकता है। उन्नत पैदावार के लिए पीकेएम- 1 व 2 बीजों का उपयोग कर अच्छी पैदावार प्राप्त कर सकते हैं। इस दौरान 31 कृषकों को प्रशिक्षण प्रदान किया गया। जिला आयुष अधिकारी डॉ. सुरत्ना सिंह चौहान ने योजना के संबंध में विस्तृत जानकारी दी। इसी क्रम में गोटेगांव ब्लॉक के तहत जनपद पंचायत सभाकक्ष गोटेगांव में 34 कृषकों, करेली ब्लॉक के तहत आजीविका भवन गाडरवारा में 30 स्वसहायता समूहों, सांईखेड़ा ब्लॉक के तहत सामुदायिक स्वास्थ्य केन्द्र के सभाकक्ष में 33 कृषकों को, चांवरपाठा ब्लॉक के तहत ग्राम पंचायत काशीखैरी में 30 कृषकों और चीचली ब्लॉक के तहत प्राथमिक स्वास्थ्य केन्द्र में 30 कृषकों को प्रशिक्षण दिया गया। ईएमएस/28/04/2025