ग्वालियर ( ईएमएस ) । ग्वालियर के ऐतिहासिक वीरांगना लक्ष्मीबाई समाधि स्थल मैदान पर हजारों कांग्रेस कार्यकर्ताओं और समर्थकों ने संविधान बचाओ रैली के साथ भारत के संविधान की रक्षा और जनहित के मुद्दों को उठाने के लिए एक व्यापक आंदोलन की शुरुआत की। इस रैली में प्रमुख कांग्रेस नेता, जिनमें मध्यप्रदेश कांग्रेस के प्रभारी हरीश चौधरी, मध्य प्रदेश कांग्रेस कमेटी के अध्यक्ष जीतू पटवारी, नेता प्रतिपक्ष उमंग सिंघार, और एआईसीसी सोशल मीडिया अध्यक्ष श्रीमती सुप्रिया श्रीनेत, पूर्व मुख्यमंत्री राज्यसभा सांसद दिग्विजय सिंह, अखिल भारतीय कांग्रेस कमेटी के सचिव एवं सह प्रभारी संजय दत्त, सदस्य कमलेश्वर पटेल, cwc सदस्य ओमकार मरकाम, पूर्व केंद्रीय मंत्री अरुण यादव, पूर्व मंत्री सज्जन वर्मा, मीडिया विभाग के अध्यक्ष मुकेश नायक समेत कांग्रेस के कई विधायक, वरिष्ठ नेता और हजारों की संख्या में कांग्रेस पार्टी के कार्यकर्ता उपस्थित रहे। रैली के समापन पर सभी ने पहल गांव में हुए आतंकी हमले में मृत हुए दिवंगत आत्मांओ को दो मिनट का मौन रखकर विनम्र श्रृद्धांजली अर्पित की। शहर जिला कांग्रेस कमेटी के अध्यक्ष डॉ. देवेन्द्र शर्मा ने मंचासीन सभी अतिथियों का स्वागत किया। कार्यक्रम का संचालन राज्यसभा सांसद अशोक सिंह ने किया। विशाल सभा को संबोधित करते हुए श्री जीतू पटवारी ने घोषणा की, कि “ग्वालियर की ऐतिहासिक धरती से हम एक नई लड़ाई शुरू कर रहे हैं यह सत्ता के खिलाफ नहीं, बल्कि उस सोच के खिलाफ है जो संविधान को कमजोर करना चाहती है। कांग्रेस सिर्फ राजनीतिक लड़ाई नहीं लड़ रही, बल्कि उस संविधान की रक्षा के लिए खड़ी है, जो गरीब, दलित, आदिवासी, अल्पसंख्यक और महिलाओं को उनके अधिकार दिलाता है ”श्री हरीश चौधरी ने संविधान के महत्व पर जोर देते हुए कहा कि , “संविधान हमें बोलने, जीने और चुनाव लड़ने का अधिकार देता है। आज हर अधिकार पर हमला हो रहा है। यह रैली केवल राजनीतिक नहीं, बल्कि सामाजिक जागरूकता की शुरुआत है। श्रीमती सुप्रिया श्रीनेत ने शासन की विफलताओं पर प्रकाश डालते हुए कहा, 30,000 से अधिक सरकारी पद खाली हैं ताकि एससी, एसटी और ओबीसी युवाओं को आरक्षण न देना पड़े। ठेके और आउटसोर्सिंग के जरिए नियुक्तियां की जा रही हैं। मध्यप्रदेश में बीजेपी नेता आदिवासियों पर अत्याचार करते हैं और दलित युवकों पर गोली चलाई जाती है। ”श्री उमंग सिंगार, नेता प्रतिपक्ष ने रैली को “नागरिक आंदोलन” करार देते हुए कहा, “संविधान आपको बराबरी, नौकरी और आरक्षण का अधिकार देता है। लेकिन बीजेपी सरकारें कुछ उद्योगपतियों को फायदा पहुंचाने के लिए आपके संवैधानिक अधिकारों का हनन कर रही हैं। 70 से अधिक युवा स्टार्टअप बंद हो गए हैं, लाखों सरकारी पद खाली हैं, क्योंकि आरक्षण देना पड़ सकता है। दतिया में कांग्रेस कार्यकर्ताओं पर कार्यक्रम में शामिल होने के लिए एफआईआर दर्ज की जाती है।” आगामी अभियान योजनाएं मध्यप्रदेश कांग्रेस ने राज्य भर में जनता की चिंताओं को उठाने के लिए बहु-चरणीय अभियान की घोषणा की संविधान बचाओ रैलियां (28-30 अप्रैल, 2025) ग्वालियर रैली के बाद, जनविरोधी नीतियों, महंगाई, बेरोजगारी और कृषि संकट के खिलाफ राज्य भर में रैलियां आयोजित की जाएंगी। जिला स्तरीय रैलियां (3-10 मई, 2025) महंगाई और बेरोजगारी पर केंद्रित ये रैलियां हर जिले में जन समर्थन जुटाने के लिए आयोजित होंगी। विधानसभा स्तरीय जन जागरण अभियान (11-17 मई, 2025) हर विधानसभा क्षेत्र में नेता और कार्यकर्ता नागरिकों के अधिकारों पर हमलों और संवैधानिक संस्थाओं के दुरुपयोग के खिलाफ रैलियां निकालेंगे। घर-घर संवाद (20-30 मई, 2025) कांग्रेस कार्यकर्ता महंगाई, बेरोजगारी और संवैधानिक अधिकारों के हनन पर घर-घर जाकर लोगों से संवाद करेंगे, साहित्य वितरित करेंगे और सोशल मीडिया के माध्यम से प्रचार करेंगे। जनता से अपील मध्यप्रदेश कांग्रेस कमेटी ने नागरिकों से इस आंदोलन में शामिल होकर संविधान की रक्षा और सरकार से जवाबदेही की मांग करने का आह्वान किया। पार्टी ने हाशिए पर पड़े वर्गों के अधिकारों, न्याय, और बेरोजगारी, महंगाई व सामाजिक असमानता की चुनौतियों के समाधान के लिए अपनी प्रतिबद्धता दोहराई।