राष्ट्रीय
28-Apr-2025


जंगलराज और परिवारवाद से किया किनारा पटना (ईएमएस)। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की बिहार में हाल की यात्राओं ने राजनीतिक दृष्टिकोण से कई दिलचस्प पहलुओं को सामने रखा है। वर्ष 2025 में विधानसभा चुनावों से पहले पीएम मोदी ने बिहार की यात्रा को कई बार प्राथमिकता दी है, लेकिन पिछले कुछ समय में वे विपक्ष, खासकर राजद (राजद) के नेता लालू यादव और उनके परिवार के खिलाफ तीखा बयान देने से परहेज कर रहे हैं। बीते कुछ महीनों में प्रधानमंत्री मोदी ने भागलपुर और मधुबनी में आयोजित सभाओं में महत्वपूर्ण योजनाओं की शुरुआत की और स्थानीय नेताओं की तारीफ की। 24 फरवरी को भागलपुर में उन्होंने 24,000 करोड़ की योजनाओं का उद्घाटन किया था, जबकि 24 अप्रैल को मधुबनी में 13,000 करोड़ से ज्यादा की परियोजनाओं का शिलान्यास किया। जहां एक ओर 2024 के लोकसभा चुनावों के दौरान प्रधानमंत्री मोदी ने बिहार में लालू के परिवारवाद और जंगल राज को प्रमुख मुद्दा बनाया था, वहीं मधुबनी में उन्होंने लालू या उनके परिवार के खिलाफ कोई बयान नहीं दिया। इस बार उन्होंने विपक्ष पर हमलावर होने से परहेज कर पूरे भाषण में केंद्र द्वारा बिहार को दी गई योजनाओं और मुख्यमंत्री नीतीश कुमार की तारीफ की। राजनीतिक पंडितों का मानना है कि पीएम मोदी अब यह समझ चुके हैं कि बिहार में नए युवा वोटरों के बीच जंगल राज और परिवारवाद जैसे मुद्दे ज्यादा कारगार साबित नहीं होने वाले हैं। 20 से 25 वर्ष की उम्र के युवा मतदाताओं ने इन घटनाओं को प्रत्यक्ष रूप से नहीं देखा है, लिहाजा इन मुद्दों पर आधारित प्रचार अब ज्यादा असरदार नहीं होगा। इसकारण वे अब इन विषयों से बच रहे हैं। पीएम मोदी ने बिहार विधानसभा चुनाव से पहले अपनी यात्राओं की संख्या बढ़ा दी है। मई महीने में वे दो बार बिहार का दौरा करने वाले हैं, जिसमें पटना और शाहाबाद क्षेत्र की योजनाएं शामिल हैं। ये वहीं इलाके हैं जहां 2019 के लोकसभा चुनाव में एनडीए को हार का सामना करना पड़ा था। आशीष दुबे / 28 अप्रैल 2025