नई दिल्ली (ईएमएस)। भारत में एफवाय 25 में दो-पहिया वाहनों की बिक्री में 9.1 प्रतिशत की वृद्धि दर्ज की गई और कुल 1,96,07,332 यूनिट्स बिके। एसआईएएम के अनुसार, इस वृद्धि में स्कूटरों की बिक्री में 17.4प्रतिशत का इज़ाफा हुआ, जो 68,53,214 यूनिट्स तक पहुंची। वहीं, मोटरसाइकिलों की बिक्री में 5.1प्रतिशत की बढ़ोतरी हुई और मोपेड्स की बिक्री में भी 4.2प्रतिशत का इज़ाफा देखा गया। इलेक्ट्रिक दो-पहिया वाहनों की मांग में भी तेजी आई है, और एफवाय 25 में इनकी हिस्सेदारी 6प्रतिशत से अधिक रही। सरकार के प्रोत्साहन और इलेक्ट्रिक वाहनों की बढ़ती लोकप्रियता से इस क्षेत्र में और अधिक वृद्धि हो सकती है। एसआईएएम के अधिकारियों के अनुसार, विशेष रूप से स्कूटर सेगमेंट में बेहतर कनेक्टिविटी और नए मॉडलों की उपलब्धता ने वृद्धि को बढ़ावा दिया है। विशेषज्ञों का मानना है कि एफवाय26 तक भारत में दो-पहिया वाहनों की बिक्री का रिकॉर्ड फिर से हासिल किया जा सकता है। इसके अलावा, शहरी क्षेत्रों में प्रीमियम दो-पहिया वाहनों की मांग भी सरकार के आयकर सुधारों के चलते बढ़ सकती है। प्रमुख ऑटोमोबाइल कंपनियां जैसे होंडा, हीरो और टीवीएस नए इलेक्ट्रिक वाहनों के लॉन्च के साथ इस सेगमेंट को मजबूत करने की योजना बना रही हैं। हालांकि, ईंधन कीमतों और आपूर्ति श्रृंखला में रुकावटों जैसी चुनौतियां भी मौजूद हैं। बता दें कि भारत का दो-पहिया वाहन उद्योग कोविड-19 के बाद अब तेजी से सुधार की दिशा में बढ़ रहा है। 2025 में ग्रामीण क्षेत्रों में बढ़ी हुई मांग, उपभोक्ता विश्वास में सुधार और सस्ती वित्तीय योजनाओं की वजह से यह सेगमेंट अपने उच्चतम स्तर पर पहुंचने की ओर अग्रसर है। सुदामा/ईएमएस 28 अप्रैल 2025