प्रमुख सचिव पी. नरहरि ने कार्यों की गुणवत्ता एवं समयबद्धता सुनिश्चित करने के निर्देश दिए गुना (ईएमएस)| लोक स्वास्थ्य यांत्रिक विभाग के प्रमुख सचिव पी. नरहरि की अध्यक्षता में कलेक्टोरेट सभागार गुना में विभागीय समीक्षा बैठक आयोजित की गई। बैठक में गुना कलेक्टर किशोर कुमार कन्याल, अशोकनगर कलेक्टर आदित्य सिंह, अपर कलेक्टर अखिलेश जैन, सीईओ जिला पंचायत अभिषेक दुबे, प्रमुख अभियंता पीएचई भोपाल के.के. सोनगरिया, मुख्य महाप्रबंधक जल निगम डीके जैन सहित विभागीय अधिकारी एवं कर्मचारी उपस्थित रहे। अैठक के प्रारंभ में स्व-सहायता समूह द्वारा निर्मित उत्पादों से प्रमुख सचिव का स्वागत कलेक्टर गुना एवं कलेक्टर अशोकनगर द्वारा किया गया। तत्पश्चात जल संरक्षण के क्षेत्र में उत्कृष्ट कार्य के लिए अनुसूचित विभाग के प्रमुख श्री बी. सिसोदिया को नीर निकेतन प्रशस्ति पत्र दिया गया। जल गंगा संवर्धन अभियान के अंतर्गत उल्लेखनीय कार्य करने वाले आठ अधिकारियों एवं कर्मचारियों को भी प्रशस्ति पत्र प्रदान किए गए। कार्यक्रम का संचालन सीईओ जिला पंचायत श्री अभिषेक दुबे द्वारा किया गया, जिन्होंने फायर फाइटर टैंकर के उपयोग एवं उसके प्रभावी परिणामों का प्रस्तुतिकरण वीडियोग्राफी के माध्यम से दिया। बैठक में प्रमुख अभियंता द्वारा नल-जल योजनाओं की स्वीकृति, कार्य प्रगति एवं रोड रेस्टोरेशन संबंधी अद्यतन जानकारी प्रस्तुत की गई। बताया गया कि गुना जिले के 427 ग्रामों में से 355 ग्राम हर घर जल घोषित किए जा चुके हैं तथा इनमें से 280 ग्रामों का प्रमाणीकरण पूर्ण हो चुका है। शेष ग्रामों के कार्य शीघ्र पूर्ण करने की प्रक्रिया प्रगतिरत है। प्रमुख सचिव श्री नरहरि ने निर्देश दिए कि नल-जल योजनाओं के कार्यों को समयबद्धता एवं उच्च गुणवत्ता के साथ संपादित किया जाए। उन्होंने कहा कि हर व्यक्ति तक शुद्ध पेयजल पहुँचाना प्राथमिकता है तथा इसके लिए आधुनिक तकनीकों और नवाचारों का अधिकतम उपयोग किया जाए। उन्होंने यह भी उल्लेख किया कि निरंतर जल आपूर्ति से जल भंडारण की प्रवृत्ति में कमी आती है, जिससे जल की गुणवत्ता में सुधार होता है। ग्रीष्म ऋतु की संभावित चुनौतियों को दृष्टिगत रखते हुए जिले के हेडपंपों की स्थिति, सुधारात्मक कार्यवाहियां एवं संभावित जल संकट ग्रस्त ग्रामों की पहचान तथा समाधान हेतु भी विस्तृत समीक्षा की गई। प्रमुख सचिव ने निर्देशित किया कि ग्राम स्तरीय बैठकों के माध्यम से सरपंचों एवं सचिवों को आवश्यक दिशा-निर्देश प्रदान किए जाएं तथा नल-जल योजनाओं के संचालन को सुदृढ़ किया जाए। बैठक के दौरान प्रमुख सचिव ने जलजनित रोगों की रोकथाम हेतु स्वच्छ जल के अनिवार्य उपयोग पर विशेष बल दिया। उन्होंने आयोजनों एवं सामूहिक भोजों में स्वच्छ जल के प्रयोग को सुनिश्चित करने के निर्देश भी प्रदान किए। इसके अतिरिक्त, जल निगम के तहत संचालित गोपीकृष्णा मल्टी विलेज स्कीम तथा राजघाट मल्टी विलेज स्कीम की भौतिक एवं वित्तीय प्रगति की समीक्षा की गई। गोपीकृष्णा परियोजना की भौतिक प्रगति 70 फीसदी तथा वित्तीय प्रगति 69 फीसदी रही है, जबकि राजघाट परियोजना की भौतिक प्रगति 71 फीसदी दर्ज की गई है। दोनों परियोजनाओं को निर्धारित समयसीमा के भीतर पूर्ण करने के निर्देश दिए गए। कलेक्टर किशोर कुमार कन्याल ने सुझाव दिया कि परियोजनाओं के कार्यों में किसी भी प्रकार की रुकावट न आने दी जाए, ताकि कार्य सतत गति से पूर्ण हो सकें। बैठक के समापन पर कलेक्टर गुना द्वारा प्रमुख सचिव पी. नरहरि को गुना का प्रसिद्ध सुगंधित धनिया भेंट स्वरूप प्रदान किया गया, जो जिले की विशिष्ट पहचान का प्रतीक है। - सीताराम नाटानी (ईएमएस)