-हेड कांस्टेबल की पत्नी से ट्रांसफर कराने के नाम ऐंठी रकम भोपाल(ईएमएस)। क्राइम ब्रांच ने एक ऐसे जालसाज के खिलाफ मामला दर्ज किया है, जिसने खुद को स्वास्थ्य विभाग में प्रमुख सचिव का पीए बताकर हेड कांस्टेबल की पत्नी से उसका ट्रांसफर कराने के नाम पर दो लाख रुपए ऐंठ लिए। पीड़िता राजश्री छिंदवाड़ा के उपस्वास्थ्य केंद्र ग्राम चाखला सीएचसी तामिया में कार्यरत हैं। वह पिछले एक साल से ट्रांसफर के लिए प्रयासरत थीं। कार्यालय में आवेदन दे चुकी थीं। जालसाज ने उनका नंबर हासिल किया और उन्हें ट्रांसफर कराने के नाम पर अकाउंट में दो लाख रुपए जमा करा लिए। अकाउंट में पैसा आते ही आरोपी ने अपना मोबाइल नंबर बंद कर लिया। जानकारी के मुताबिक अचली, पोस्ट सेमरखापा, जिला मंडला में रहने वाले मनीष पटेल (37) डिडोंरी में प्रधान आरक्षक है। उनकी पत्नी राजश्री पटेल उप स्वास्थ्य केंद्र ग्राम चाखला, कम्युनिटी हेल्थ सेंटर तामिया, जिला छिंदवाडा में एएनएम है। राजश्री ने पति को बताया कि 17 मार्च 2025 को उनकी दो मोबाइल नंबरों पर बात हुई। बातचीत के दौरान दूसरी और से बात करने वाले ने अपना नाम हर्ष राजपूत बताते हुए कहा था की वह स्वास्थ्य विभाग भोपाल में प्रमुख सचिव यादव सर का पीए है। इसके बाद ट्रांसफर के संबंध बातचीत की। उसने कहा की तुम्हारा ट्रांसफर होना है, लेकिन बिना पैसों के कोई काम नहीं तो होता। राजश्री विभाग में ट्रांसफर की प्रक्रिया नहीं जानती है। मोबाइल पर ट्रांसफर के लिए हुई चर्चा के बारे में उन्होंने पति मनीष पटेल को बताया। इधर फोन करने वाले आरोपी ने उन्हें फोन कर ट्रांसफर के लिए दो लाख रुपए देने की बात कही। उसने यह भी बताया की उनके दस्तावेज उसके पास है, ट्रांसफर के लिए केवल एक आवेदन प्रमुख सचिव स्वास्थ्य विभाग के नाम लिखकर मेरे वॉट्सएप पर भेज दो। हर्ष राजपूत के खाते और क्यूआर कोड पर उन्होनें 18 मार्च को 50 हजार, 19 मार्च को 46,200, 1,500, 2,300, 22 मार्च को 70 हजार, 10 हजार और 80 हजार रुपए भेजे। 25 मार्च को 20 हजार रुपए फिर भेजे। इस तरह 2 लाख रुपए भेजे। इसके बाद हर्ष ने मोबाइल बंद कर लिया। वॉट्सएप पर भी कोई जवाब नहीं दिया। रकम मिलने के बाद उसका मोबाइल नंबर बंद हो गया। वाट्सएप मैसेज पर भी कोई रिप्लाई नही कर रहा था। संदेह होने पर मनीष भोपाल पहुंचा और उन लोगो से संपर्क किया जिनके अकाउंट में पैसा ट्रांसफर किया था। उसे पता चला कि पैसा प्रदीप जैन के नंबर पर ट्रांसफर हुआ है। प्रदीप जैन से बातचीत करने वह रेस्टहाउस के पास पहुंचा और प्रदीप जैन से अपने पैसे वापस मांगे, लेकिन उसने कहा की मुझे कोई पैसे नहीं मिले है। इसके बाद मामला क्राइम ब्रांच थाने पहुंच गया जॉच के बाद पुलिस ने प्रदीप जैन के खिलाफ प्रकरण दर्ज कर उसकी तलाश शुरू कर दी है। जुनेद / 27 अप्रैल