खंडवा (ईएमएस)। शहर की जनता ने सत्ता की चाबी राजनेताओं को सड़क, बिजली, पानी, स्वास्थ्य, रिंग रोड, बाईपास, सिटी बस, युवाओं को रोजगार, शहर विकास के विभिन्न जैसे मुद्दों पर सौंपी थी। लेकिन सत्ता मिलने के बाद यही राजनेता जनता से किए गए वादों को भूल गए हैं और अगर जागरूक नागरिक सत्ताधारियों से भीषण गर्मी में अपना जीवन बचाने के लिए पानी भी मांग ले तो उन पर प्रकरण दर्ज हो जाती है। उक्त टिप्पणी करते हुए शिवसेना प्रमुख गणेश भावसार ने कहा कि सत्ता के नशे में चूर चुने हुए जन प्रतिनिधि अपने मतदाताओं को भूल गए हैं जिन्होंने उन्हें सत्ता की चाबी सौंपी। श्री भावसार ने आगे कहा कि आज खंडवावासी तीन पुलिया और ओवर ब्रिज 6 वर्षों से पूर्ण होने की रहा देख रहा है। बाईपास नहीं होने से दिनभर भारी वाहनों का जाम शहर में लगा है। शहर के 50 वार्डों में साफ सफाई के नाम पर खानापूर्ति देखी जा सकती है पानी की बात करे तो पानी मांगने पर उनके ऊपर प्रकरण दर्ज किया जा रहा है। मतलब साफ है कि राजनेताओं को अब चुनाव नहीं लड़ना है उन्हें मालूम है कि परिसीमन के बाद उनका भविष्य क्या होगा। वहीं क्या 2008 के परिसीमन का इतिहास फिर दोहराया जाएगा? ऐसी स्थिति में राजनेताओं को जनता की फिक्र नहीं है उन्हें फिक्र है तो सिर्फ आपने भविष्य की? ईएमएस / 27 /04/2025