* बुधवार को प्राथमिक और माह के 9 एवं 24 तारीख को सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र में हैं जांच व उपचार की सुविधा * गायनकोलॉजिस्ट (महिला चिकित्सक) करती हैं जांच * एक वर्ष में 4 हजार से अधिक उच्च जोखिम गर्भवती महिलाओं की हुई जाँच कोरबा (ईएमएस) कोरबा जिला अस्पाताल एवं मेडिकल कॉलेज सहित जिले के सभी प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्रों और सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्रों में गर्भवती महिलाओं के स्वास्थ्य की निःशुल्क जांच और उपचार की व्यवस्था है। यहां महिला चिकित्सक व गायनकोलॉजिस्ट द्वारा गर्भवती महिलाओं की जांच की जाती है, उन्हें प्रसव से संबंधित जानकारी प्रदान करने के साथ जन्म से पहले आवश्यक देखरेख और सावधानी के विषय में बताया जाता है। किसी प्रकार की समस्या आने पर गायनकोलॉजिस्ट द्वारा उपचार किया जाता है। जिले के सभी प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्रों में बुधवार और माह के प्रति 9 तथा 24 तारीख को सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्रों में गायनकोलॉजिस्ट उपचार एवं परामर्श हेतु निर्धारित समय पर उपस्थित होती है। जिसमें कोरबा ब्लॉक के अंतर्गत प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र श्यांग में माह के प्रथम बुधवार को, लेमरू में चौथे बुधवार को, पाली के अंतर्गत प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र सपलवा में माह के प्रथम बुधवार को, हरदीबाजार में चौथे बुधवार को, पोड़ी-उपरोड़ा ब्लॉक के अंतर्गत पसान प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र में माह के प्रथम बुधवार को, जटगा में चौथे बुधवार को, करतला के अंतर्गत प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र सरगबुंदिया में माह के प्रथम बुधवार को, कोथारी में द्वितीय बुधवार को, फरसवानी में तृतीय बुधवार को और चिकनीपाली में चौथे बुधवार को, कटघोरा ब्लॉक के अंतर्गत प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र दीपका में प्रथम बुधवार को तथा चाकाबुड़ा में चौथे बुधवार को गायनकोलॉजिस्ट महिला चिकित्सक द्वारा गर्भवती महिलाओं की जांच तथा उपचार की जाती है। इसके अलावा प्रधानमंत्री सुरक्षित मातृत्व अभियान योजना के अंतर्गत सभी सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्रों में भी माह के 9 और 24 तारीख को गायनकोलॉजिस्ट द्वारा गर्भवती महिलाओं की जांच तथा उपचार किया जाता है। यहां गर्भवती महिलाओं की जांच कर जोखिम वाली गर्भवती महिलाओं को चिन्हित कर आवश्यक जांच, सलाह तथा उपचार प्रदान किया जाता है। उच्च जोखिम वाली गर्भवती महिलाओं को निगरानी में रखने के साथ आवश्यकता पड़ने पर उपचार के लिए बुलाया जाता है, ताकि वे प्रसव के दौरान जच्चा-बच्चा स्वस्थ्य रहे। उन्हें आवश्यक लैब जांच की सुविधा भी प्रदान की जाती है। जिले के प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्रो, सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्रो, जिला अस्पताल, मेडिकल कॉलेज में कोई भी गर्भवती महिला निशुल्क जांच करा सकती है और उपचार प्राप्त कर सकती है। जिले में अप्रैल 2024 से मार्च 2025 तक कुल 4060 उच्च जोखिम गर्भवती महिलाओं की जांच की गई है, जिसमें करतला ब्लॉक में 441, कटघोरा में 779, कोरबा में 594, पाली में 607, पोड़ी-उपरोड़ा में 671 और शहरी क्षेत्र में 977 की जांच की गई है। कलेक्टर अजीत वसंत ने मुख्य चिकित्सा अधिकारी और सभी ब्लॉक चिकित्सा अधिकारियों को निर्देशित किया है कि वे जिले के सभी प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्रों और सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्रों में निर्धारित दिवस में गायनकोलॉजिस्ट महिला चिकित्सकों की उपस्थिति सुनिश्चित कराएं और कोई भी गर्भवती महिला जांच तथा समय पर उपचार से वंचित न हो। उन्होंने गर्भवती महिलाओं का गाइडलाइन के अनुसार समय पर जांच करने के निर्देश देते हुए कहा कि किसी भी उच्च जोखिम गर्भवती महिलाओं की स्थिति का पता शुरूआती जांच में पता लग जाएं और उनका उपचार समय पर हो, ताकि प्रसव सुरक्षित हो, यह सुनिश्चित किया जाना चाहिए। उन्होंने सभी स्वास्थ्य केंद्रों में गर्भवती महिलाओं के उपचार से संबंधित जानकारी और गायनकोलाजिस्ट की उपस्थिति की जानकारी प्रदर्शित करने के भी निर्देश दिए। 27 अप्रैल / मित्तल