- नागपुर में 2 हजार 458 और ठाणे शहर में मिले 1106 पाकिस्तानी नागरिक मुंबई, (ईएमएस)। जम्मू-कश्मीर के पहलगाम में हुए कायराना आतंकी हमले के बाद पूरे देश में गुस्से की लहर है। कहा जा रहा है कि इस हमले के पीछे पाकिस्तान का हाथ है। वहीं भारत ने भी पाकिस्तान को करारा जवाब देने के लिए मजबूत तैयारी शुरू कर दी है। केंद्र सरकार ने घोषणा की थी कि पाकिस्तानी नागरिकों को जारी किए गए सभी 18 प्रकार के वीजा 27 अप्रैल से रद्द कर दिए गए हैं। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने जहां निर्दोष भारतीयों की हत्या करने वाले आतंकियों को दफनाने की चेतावनी दी है, वहीं केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने भी देश के सभी राज्यों के मुख्यमंत्रियों को अहम निर्देश देते हुए कहा कि वे सुनिश्चित करें कि केंद्र सरकार द्वारा दी गई समय सीमा समाप्त होने के बाद कोई भी पाकिस्तानी नागरिक देश में न रहे। उन्हें यह भी निर्देश दिया गया है कि वे पाकिस्तानी नागरिकों को ढूंढ़ें और सुनिश्चित करें कि वे तुरंत वापस लौटें। अमित शाह के इस आदेश के बाद महाराष्ट्र पुलिस भी हरकत में आ गई। राज्य के 48 शहरों में कुल 5023 पाकिस्तानी नागरिक मिले हैं, यह जानकारी गृह राज्य मंत्री योगेश कदम ने दी है। इसमें सबसे ज्यादा 2 हजार 458 पाकिस्तानी नागपुर शहर में और 1106 पाकिस्तानी नागरिक ठाणे शहर में मिले हैं। जबकि जानकारी सामने आई है कि 14 पाकिस्तानी नागरिक मुंबई में रह रहे हैं वहीं 107 पाकिस्तानी पुलिस या अन्य संस्थाओं की पकड़ से बाहर हैं यानि वे लापता हैं। पुलिस और भारतीय एजेंसियां उनसे संपर्क कर उन्हें वापस पाकिस्तान भेजना चाहती हैं, लेकिन उनसे संपर्क नहीं हो पा रहा है या वे मिल नहीं रहे हैं, ऐसा योगेश कदम ने कहा है। * पाकिस्तानी नागरिकों को वापस भेजने की कार्रवाई युद्धस्तर पर- देवेंद्र फडणवीस महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस ने कहा कि महाराष्ट्र में पाकिस्तानी नागरिकों की सूची मिल गई है और महाराष्ट्र के हर पुलिस थाने को इसकी जानकारी दी जा रही है। इस बात का पूरा ध्यान रखा जा रहा है कि कोई भी पाकिस्तानी नागरिक 48 घंटे से ज्यादा महाराष्ट्र में न रहे। इस पूरी प्रक्रिया पर नजर रखी जा रही है और जो भी इससे ज्यादा समय तक रुका, उसके खिलाफ सख्त कार्रवाई की जाएगी। केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह से इस बारे में चर्चा की गई है और उनके द्वारा दिए गए निर्देशों के अनुसार यह कार्रवाई की जाएगी। इस देश में हमेशा ऐसा होता आया है, चाहे दुश्मन का हमला हो या देश पर कोई संकट, सभी राजनीतिक दल हमेशा साथ रहे हैं। स्वर्गीय अटल जी ने स्वर्गीय इंदिरा जी को पूरा समर्थन दिया था। लेकिन उबाठा ने जो छोटी मानसिकता दिखाई है, उसे इस देश की जनता कभी माफ नहीं करेगी। संजय/संतोष झा- २६ अप्रैल/२०२५/ईएमएस