26-Apr-2025


नई दिल्ली (ईएमएस)। कांग्रेस नेता राहुल गांधी ने दिल्ली में हजारों कार्यकर्ताओं के साथ एक बड़ा कैंडल मार्च निकाला। यह मार्च जम्मू-कश्मीर के पहलगाम में हुए आतंकी हमले में मारे गए 26 पर्यटकों को श्रद्धांजलि देने के लिए था। नफरत छोड़ो, भारत जोड़ो के नारे के साथ कांग्रेस ने साफ कर दिया कि वो देश को बांटने की कोशिशों को कामयाब नहीं होने देगी। मार्च दिल्ली प्रदेश कांग्रेस कमेटी ने आयोजित किया। कार्यकर्ता कांग्रेस हेडक्वॉर्टर 24 अकबर रोड पर जमा हुए और वहां से कैंडल जलाकर 30 जनवरी मार्ग होते हुए महात्मा गांधी स्मृति तक गए। इस कैंडल मार्च में राहुल गांधी के साथ कांग्रेस के बड़े चेहरे नजर आए। सबने मिलकर शहीदों को याद किया और आतंकवाद के खिलाफ आवाज बुलंद की। दिल्ली कांग्रेस अध्यक्ष देवेंद्र यादव ने कहा, पहलगाम का ये कायराना हमला देश को धर्म के नाम पर तोड़ने की साजिश है, लेकिन हम ऐसा होने नहीं देंगे। आतंकवाद इंसानियत का दुश्मन है, ये सिर्फ डर फैलाता है। इसे जड़ से खत्म करना जरूरी है। उन्होंने ये भी बताया कि राहुल गांधी अनंतनाग के जीएमसी अस्पताल गए और वहां घायलों से मिले। यादव ने मारे गए लोगों के परिवारों के प्रति संवेदना जताई। देवेंद्र यादव ने सरकार से कुछ सख्त सवाल पूछे। उनका कहना था, जब इंटेलिजेंस को पहले से पता था कि खतरा है और सीमा पार से धमकियां आ रही थीं, तो सरकार ने इसे गंभीरता से क्यों नहीं लिया? लाखों टूरिस्ट कश्मीर गए थे, उनकी सुरक्षा का जिम्मा केंद्र का था। पहलगाम में त्रिस्तरीय सुरक्षा थी, फिर भी ये हमला कैसे हो गया? जम्मू-कश्मीर तो गृह मंत्रालय के अधीन है, फिर ये चूक किसकी है? उन्होंने मांग की कि इसकी गहरी जांच हो और जिम्मेदारों को सजा मिले। देवेंद्र यादव ने कहा, आतंकवाद की वजह से हमने दो-दो पीएम (इंदिरा गांधी और राजीव गांधी) खोए हैं। इस दर्द को हमसे बेहतर कोई नहीं समझ सकता। इस मुश्किल वक्त में हम देश के साथ हैं, लेकिन सरकार की जवाबदेही भी तय होनी चाहिए। उन्होंने ये भी जोड़ा कि कश्मीर में टूरिज्म से लाखों लोगों की रोजी-रोटी चलती है। सरकार को उनकी आजीविका की भी फिक्र करनी चाहिए। अमरनाथ यात्रा शुरू होने वाली है, जिसमें लाखों लोग आते हैं। उनकी सुरक्षा के लिए अभी से ठोस कदम उठाने होंगे। उन्होंने बीजेपी पर निशाना साधते हुए कहा, पहलगाम हमले जैसे दुख को बीजेपी सोशल मीडिया पर नफरत और बंटवारे के लिए इस्तेमाल कर रही है। जब देश को एकजुट होने की जरूरत है, वो उल्टा वैमनस्य फैला रही है। उनका कहना था कि कांग्रेस देश को जोड़ने की कोशिश कर रही है, न कि तोड़ने की। यह कैंडल मार्च सिर्फ श्रद्धांजलि नहीं था, बल्कि एक मैसेज भी था। कांग्रेस ने दिखाया कि वो आतंकवाद के खिलाफ है और देश को एक रखना चाहती है। राहुल गांधी और बाकी नेताओं ने साफ कर दिया कि नफरत और डर से नहीं, बल्कि प्यार और एकता से देश आगे बढ़ेगा। अब सवाल यह है कि सरकार इस हमले का जवाब कैसे देती है और कश्मीर में हालात कब तक सुधरते हैं। दिल्ली की सड़कों से उठी ये आवाज शायद उस जवाब की राह खोले। अजीत झा/ देवेन्द्र/ नई दिल्ली /ईएमएस/26/अप्रैल /2025