राष्ट्रीय
26-Apr-2025
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-केंद्र सरकार की नीतियों पर उठाए सवाल नई दिल्ली,(ईएमएस)। राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी (शरद पवार गुट) के प्रमुख शरद पवार ने जम्मू-कश्मीर के पहलगाम में हुए आतंकी हमले पर केंद्र सरकार की नीतियों पर सवाल उठाए हैं। उन्होंने आगाह किया कि पाकिस्तान के खिलाफ उठाए गए कड़े कदमों के परिणामस्वरूप पड़ोसी देश भी जवाबी कार्रवाई कर सकता है और स्थिति और गंभीर हो सकती है नेता शरद पवार ने चेतावनी देते हुए अनेक सवाल उठाए हैं। सिंधुदुर्ग में एक कार्यक्रम के दौरान पत्रकारों से बात करते हुए शरद पवार ने कहा, कि आज हम कुछ निर्णय लेते हैं, लेकिन कल पाकिस्तान भी उसका जवाब देगा... मुझे नहीं लगता कि पाकिस्तान शांत बैठेगा। उन्होंने भारत सरकार को सलाह दी कि पाकिस्तान के खिलाफ उठाए जाने वाले कदमों में सतर्कता बरती जानी चाहिए। भारत के कदम और पाकिस्तान की प्रतिक्रिया गौरतलब है कि पहलगाम में आतंकी हमले के बाद भारत ने पाकिस्तान के खिलाफ कई सख्त कदम उठाए हैं, जिनमें सिंधु जल संधि का निलंबन, राजनयिक संबंधों में कटौती और पाकिस्तानी नागरिकों के वीजा रद्द करना शामिल है। वाघा-अटारी बॉर्डर को भी अस्थायी रूप से बंद कर दिया गया है। जवाबी कार्रवाई में पाकिस्तान ने द्विपक्षीय व्यापारिक संबंध समाप्त कर दिए हैं, भारतीय विमानों के लिए अपने हवाई क्षेत्र को बंद कर दिया है, और शिमला समझौते को निलंबित करने की धमकी दी है। हवाई यात्रा पर प्रभाव का जिक्र इस बीच शरद पवार ने पाकिस्तान के हवाई क्षेत्र के रणनीतिक महत्व पर प्रकाश डालते हुए कहा कि यूरोप जाने वाली अधिकतर उड़ानें पाकिस्तान के ऊपर से होकर जाती हैं। यदि यह मार्ग बंद हो जाता है तो उड़ानें लंबी और महंगी हो जाएंगी। उन्होंने 2019 के पुलवामा हमले के बाद की स्थिति का हवाला देते हुए बताया कि उस समय भारतीय एयरलाइनों को लगभग 700 करोड़ रुपये का नुकसान हुआ था। धर्म के आधार पर हमले पर टिप्पणी पाहलगाम हमले में बचे लोगों के बयानों के अनुसार आतंकवादियों ने हिंदुओं को निशाना बनाया था। इस बारे में पूछे जाने पर पवार ने कहा, कि मुझे नहीं पता कि सच्चाई क्या है...महिलाओं को कोई नुकसान नहीं पहुंचाया गया, लेकिन पुरुषों की हत्या की गई। इस पर महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस ने प्रतिक्रिया देते हुए कहा कि पवार को पीड़ितों और चश्मदीदों की बात सुननी चाहिए। यहां पर शरद पवार ने केंद्र सरकार की इस दावे पर भी सवाल उठाए कि कश्मीर में आतंकवाद खत्म हो गया है। उन्होंने कहा कि इस आतंकी हमले से सुरक्षा व्यवस्था में बड़ी चूक सामने आई है और यह घटना भारत-पाकिस्तान के बीच बढ़ते तनाव को और गहरा सकती है। हिदायत/ईएमएस 26अप्रैल25