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26-Apr-2025
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नई दिल्ली,(ईएमएस)। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने शनिवार को वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के जरिये हजारों युवाओं को नियुक्ति पत्र बांटे और कहा कि आज भारत सरकार ने विभिन्न विभागों में 51 हजार से अधिक युवाओं को पक्की नौकरियां दी हैं। ये महज नियुक्तियां नहीं हैं, बल्कि ये देश के भविष्य निर्माण की बड़ी शुरुआत है। पीएम मोदी ने आयोजित रोज़गार मेला में देश के 51,000 से अधिक युवाओं को वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के जरिए सरकारी नियुक्ति पत्र सौंपे हैं। इस अवसर पर प्रधानमंत्री ने युवाओं को बधाई देते हुए उन्हें देश के भविष्य का निर्माता बताया और भारत की युवा शक्ति की सराहना की। प्रधानमंत्री मोदी ने कहा, कि आज भारत सरकार के विभिन्न विभागों में 51,000 से अधिक युवाओं को पक्की सरकारी नौकरियां दी गई हैं। ये सिर्फ नियुक्ति पत्र नहीं हैं, ये राष्ट्र निर्माण के बड़े संकल्पों की शुरुआत हैं। उन्होंने अपने संबोधन में आईएमएफ की रिपोर्ट का हवाला देते हुए कहा कि भारत दुनिया की सबसे तेजी से बढ़ती अर्थव्यवस्था बना रहेगा। उन्होंने कहा, कि आज का समय भारत के युवाओं के लिए अभूतपूर्व अवसरों का समय है। हमारी सरकार हर कदम पर यह सुनिश्चित कर रही है कि युवाओं को अधिक से अधिक रोजगार और स्वरोजगार के अवसर मिलें। रोजगार के लाखों नए अवसर प्रधानमंत्री मोदी ने मेक इन इंडिया को मजबूती देने के लिए शुरू किए गए नए मैन्युफैक्चरिंग मिशन का जिक्र भी किया। यहां उन्होंने कहा कि इससे एमएसएमई सेक्टर और लघु उद्यमियों को बल मिलेगा, साथ ही रोजगार के लाखों नए अवसर भी उत्पन्न होंगे। नारीशक्ति की सराहना प्रधानमंत्री मोदी ने यूपीएससी परिणामों में महिलाओं की शानदार उपलब्धियों की प्रशंसा करते हुए कहा, कि हमारी बेटियां आज हर क्षेत्र में आगे बढ़ रही हैं। नौकरशाही से लेकर अंतरिक्ष और विज्ञान के क्षेत्र तक, नारीशक्ति नई बुलंदियों को छू रही है। उन्होंने बताया कि सरकार ग्रामीण महिलाओं के लिए विशेष योजनाएं चला रही है, जैसे बैंक सखी, कृषि सखी और 90 लाख से अधिक स्वयं सहायता समूह जो देशभर में 10 करोड़ से ज्यादा महिलाओं को सशक्त बना रहे हैं। विश्व मंच पर भारतीय युवाओं को मिलेगा अवसर प्रधानमंत्री ने बताया कि जल्द ही भारत में वेव्स 2025 (विश्व दृश्य-श्रव्य एवं मनोरंजन शिखर सम्मेलन) का आयोजन होगा, जिसका केंद्र बिंदु भारत के युवा क्रिएटर्स होंगे। यह पहल भारत की रचनात्मक प्रतिभा को वैश्विक मंच पर लाने की दिशा में एक बड़ा कदम है। इस प्रकार यह रोज़गार मेला केवल नौकरियों का उत्सव नहीं, बल्कि भारत के आत्मनिर्भर और विकसित भविष्य की ओर बढ़ते कदमों का प्रतीक है। हिदायत/ईएमएस 26अप्रैल25