नई दिल्ली (ईएमएस)। वर्तमान में समूचे भारत में गर्मी का प्रकोप है। गर्मी से राहत पाने के लिए लोग बच्चों को ठंडी क्रीम, कोल्ड ड्रिंक्स, बर्फीले पेय पदार्थ और मिठाइयाँ खिला रहे हैं, लेकिन यह तरीका बच्चों की सेहत के लिए हानिकारक साबित हो रहा है। इन चीज़ों का सेवन करने से बच्चों में पाचन समस्याएं, गले में खराश, बुखार, पेट दर्द और दस्त जैसी समस्याएं बढ़ रही हैं। विशेषज्ञों का कहना है कि बच्चों को दी जा रही इन ठंडी चीज़ों से शरीर का प्राकृतिक तापमान असंतुलित हो रहा है। खास तौर पर ठंडी क्रीम और कोल्ड ड्रिंक्स का सेवन बच्चों की रोग प्रतिरोधक क्षमता को कमजोर कर सकता है। इसके अलावा, कई घरों में लोग बच्चों को गर्मी से राहत देने के लिए बाहर के जूस या बर्फीली चीज़ें भी दे रहे हैं, जो स्वच्छता के लिहाज से खतरनाक हो सकती हैं। इस प्रकार की चीज़ों का सेवन बच्चे के पेट और पाचन पर नकारात्मक असर डाल सकता है। गर्मी में शरीर में पानी की कमी हो जाती है, जिससे डिहाइड्रेशन और थकान जैसी समस्याएं उत्पन्न होती हैं। विशेषज्ञों ने सलाह दी है कि इस मौसम में बच्चों को कोल्ड ड्रिंक्स, आइसक्रीम या बहुत ठंडी चीज़ें देने से बचना चाहिए। इसके बजाय घर पर तैयार की गई हल्की, ठंडी और पौष्टिक चीज़ों को बच्चों को देना चाहिए। विशेषज्ञों का मानना है कि खीरा, ककड़ी, दही, छांछ, नींबू पानी और नारियल पानी जैसी चीज़ें बच्चों के लिए ज्यादा फायदेमंद होती हैं। ये न केवल शरीर को ठंडक प्रदान करती हैं, बल्कि पाचन क्रिया को भी बेहतर बनाती हैं। बच्चों को गर्मी के मौसम में दोपहर की धूप से बचाना चाहिए और हल्के सूती कपड़े पहनने चाहिए। इसके अलावा, बच्चों को पर्याप्त मात्रा में पानी पिलाना और उनकी सेहत का ख्याल रखना बेहद जरूरी है। गर्मी के दौरान बच्चों की सेहत को ठीक रखने के लिए खानपान में संयम और सावधानी बरतना आवश्यक है। सुदामा/ईएमएस 26 अप्रैल 2025