सुसाईड करने वालों में युवा और नाबालिग शामिल, मामूली वजह बन रही कारण छिंदवाड़ा जबलपुर (ईएमएस)। (ईएमएस)। लगातार हो रही आत्महत्याओं ने प्रशासन की चिंता बढ़ा दी है. चार माह के भीतर ६० लोगों ने सुसाईड जैसा कदम उठाया। इनमें अधिकतर युवा और नाबालिग शामिल हैं। इसके पीछे वजह बड़ी नहीं बल्कि मामूली है प्रेम संबंधों में खटास, पढ़ाई का टेंशन, मोबाइल चलाने से रोकने के साथ बेरोजगारी और नशे की लत प्रमुख कारण माना जा रहा है. आखिर ऐसी क्या वजह है कि लोग आत्महत्या जैसे घातक कदम उठाने को मजबूर हैं।लगातार आत्महत्या के मामले सामने आने से लोग स्तब्ध हैं। इस घातक कदम के पीछे की कहानी को समझ कर इसे रोकना सभी के लिए एक बड़ा चैलेंज बना हुआ है। कक्षा ६वीं में पढऩे वाली नाबालिग पढ़ाई से ज्यादा मोबाइल चलाने में रूचि रखती थीं, परिवार वालों ने उसे मोबाइल चलाने से मना किया तो उसने आत्म हत्या कर ली। वहीं एक और नाबालिग ने घरेलू कारणों के चलते परेशान होकर जहरीले पदार्थ का सेवन कर लिया। वहीं प्रेम संबंधों की उलझन और नशे की लत से परेशान होकर युवक मौत को गले लगा बैठा, जबकि कर्ज के बोझ तले दबे युवक ने सिर्फ इसलिए जान दे दी कि परिवार वालों ने उसे पैसे देने से मना कर दिया था, इसी बात को लेकर हुए विवाद को लेकर उसने आत्म हत्या जैसा कदम उठाया। क्या कहते हैं एक्सपर्ट आत्म हत्या के बढ़ते मामलों को लेकर मनोचिकित्सक डॉ. तुषार तल्हान ने कहा कि सुसाईट करने का विचार उन लोगों के मन में आता है जो खुद को दूसरों से अलग अपने आप को अकेला समझते हैं उनके मन में अपने भविष्य को लेकर नाकारात्मक सोच उतपन्न हो जाती है और इसका समाधान न मिलने से वे ऐसे कदम उठा लेते हैं। वहीं दूसरी तरफ परिवार में कोई बड़ा दुख आने से कई लोग नशे का सहारा लेने लगते हैं जिससे हालात और बिगड़ जाते हैं। ऐसे लोगों सही रास्ता दिखाकर इस दिशा में जाने से रोका जा सकता है। परिवार के लोगों को इस पर विशेष ध्यान देने की जरूरत है और डिप्रेशन में जाने से पहले मनोचिकित्सक से परामर्श लेनी चाहिए। ये हैं आत्म हत्या के मामले माह मौत जनवरी -११ फरवरी -१४ मार्च -२० अप्रैल अब तक -१५ उपरोक्त आंकड़े जिला अस्पताल से जुटाए गए हैं। ईएमएस / 25/04/2025