अमृतसर,(ईएमएस)। हाल ही में पहलगाम में हुए आतंकी हमले के चलते भारत-पाकिस्तान के बीच तनावपूर्ण माहौल के बावजूद करतारपुर कॉरिडोर श्रद्धालुओं के लिए खुला हुआ है। पाकिस्तान स्थित ऐतिहासिक करतारपुर साहिब गुरुद्वारा के दर्शन के लिए आने-जाने की सुविधा यथावत बनी हुई है। हालांकि, अमृतसर के अटारी में स्थित एकीकृत जांच चौकी को सुरक्षा कारणों से अस्थायी रूप से बंद कर दिया गया है, लेकिन इसका प्रभाव करतारपुर कॉरिडोर पर नहीं पड़ा है। कॉरिडोर के ज़रिए प्रतिदिन बड़ी संख्या में श्रद्धालु पाकिस्तान जाकर गुरुद्वारा दरबार साहिब में मत्था टेक रहे हैं। इसी बीच एक श्रद्धालु ने मीडिया से बात करते हुए बताया, कि जो कुछ भी हुआ, वह बहुत ही दुखद है, लेकिन इससे हमारी श्रद्धा पर असर नहीं पड़ा। मैं गुरुद्वारा साहिब में मत्था टेकने जा रहा हूं और प्रार्थना करूंगा कि जल्द ही आतंकवादियों को पकड़ लिया जाए और सच्चाई सामने आए। गौरतलब है कि करतारपुर कॉरिडोर वर्ष 2019 में भारत और पाकिस्तान के बीच एक ऐतिहासिक पहल के तहत खोला गया था, जो सिख श्रद्धालुओं को वीज़ा-मुक्त यात्रा की सुविधा प्रदान करता है। यह गुरुद्वारा साहिब उन स्थलों में से एक है जहां गुरु नानक देव जी ने अपने जीवन के अंतिम वर्ष बिताए थे। केंद्र सरकार और सुरक्षा एजेंसियां हालात पर नज़र बनाए हुए हैं और श्रद्धालुओं की सुरक्षा को प्राथमिकता दी जा रही है। करतारपुर कॉरिडोर की संचालन व्यवस्था में फिलहाल कोई बदलाव नहीं किया गया है। हिदायत/ईएमएस 25अप्रैल25