राष्ट्रीय
24-Apr-2025


नई दिल्ली (ईएमएस)। भारतीय दूरसंचार विनियामक प्राधिकरण ने गुरुवार को जारी अपने आंकड़ों में बताया कि भारत में ब्रॉडबैंड सब्सक्राइबर्स की संख्या फरवरी 2025 के अंत तक 944.04 मिलियन (94.4 करोड़) तक पहुंच गई है। यह डेटा देशभर के 1,189 दूरसंचार ऑपरेटर्स से प्राप्त जानकारी पर आधारित है। ट्राई के मुताबिक फरवरी में 12.06 मिलियन (1.2 करोड़) मोबाइल ग्राहकों ने मोबाइल नंबर पोर्टेबिलिटी के लिए आवेदन किया। जनवरी के अंत में एमएनपी आवेदनों की संचयी संख्या 1,093.33 मिलियन थी, जो फरवरी के अंत तक बढ़कर 1,105.39 मिलियन हो गई। वायरलेस सेगमेंट में निजी टेलीकॉम कंपनियों का दबदबा बना हुआ है, जिनकी कुल बाजार हिस्सेदारी 92.03 प्रतिशत रही, जबकि बीएसएनएल और एमटीएनएल जैसी दो सरकारी कंपनियों की हिस्सेदारी केवल 7.97 प्रतिशत दर्ज की गई। टेलीफोन यूजर्स की कुल संख्या भी इस दौरान बढ़ी। जनवरी में यह संख्या 1,192.03 मिलियन थी, जो फरवरी में 1,197.23 मिलियन तक पहुंच गई। यानी 0.42 प्रतिशत की मासिक वृद्धि दर दर्ज हुई। वहीं शहरी क्षेत्रों में उपभोक्ताओं की संख्या 663.83 मिलियन से बढ़कर 667.93 मिलियन हो गई, जबकि ग्रामीण उपभोक्ता 528.20 मिलियन से बढ़कर 529.31 मिलियन हो गए। देश में टेली-घनत्व (प्रति 100 व्यक्तियों पर फोन कनेक्शन) जनवरी के 84.54 प्रतिशत से बढ़कर फरवरी में 84.85 प्रतिशत हो गया। शहरी टेली-घनत्व 131.40 प्रतिशत से बढ़कर 132.01 प्रतिशत हुआ और ग्रामीण टेली-घनत्व 58.38 प्रतिशत से बढ़कर 58.48 प्रतिशत हो गया। कुल टेलीफोन ग्राहकों में से 55.79 प्रतिशत शहरी और 44.21 प्रतिशत ग्रामीण क्षेत्र से हैं। मशीन-टू-मशीन मोबाइल कनेक्शनों की संख्या में भी इजाफा देखा गया। जनवरी में यह 63.09 मिलियन थी, जो फरवरी में 64.71 मिलियन हो गई। इनमें से सबसे ज्यादा कनेक्शन भारती एयरटेल लिमिटेड के पास हैं, जिनकी संख्या 33.86 मिलियन है, जिससे उसकी एम2एम मार्केट में हिस्सेदारी 52.33 प्रतिशत हो गई है। एयरटेल के बाद वोडाफोन आइडिया लिमिटेड का स्थान आता है। सुबोध\२४\०४\२०२३