दुर्ग (ईएमएस)। स्टील अथॉरिटी ऑफ़ इंडिया लिमिटेड (सेल) की 16वीं सेफ्टी - फायर सर्विसेस प्रमुखों की बैठक, सुरक्षा मंथन बैठक की शुभारम्भ भिलाई में हुई। विकसित भारत के लिए सुरक्षा एवं कल्याण अत्यावश्यक थीम पर आधारित इस दो-दिवसीय बैठक का उद्घाटन 23 अप्रैल 2025 को भिलाई निवास में संपन्न हुआ। सेल-भिलाई इस्पात संयंत्र के सुरक्षा अभियान्त्रिकी विभाग (एसईडी) द्वारा सेल सेफ्टी ऑर्गनाइजेशन (एसएसओ) के सहयोग से यह दो दिवसीय बैठक-सह-कार्यशाला, 23 से 24 अप्रैल 2025 तक आयोजित की जा रही है। उद्घाटन समारोह का शुभारंभ दीप प्रज्वलन के साथ हुआ, जिसकी अध्यक्षता कार्यपालक निदेशक (एसएसओ) श्री अनुप कुमार, कार्यपालक निदेशक (परियोजनाएं–बीएसपी) श्री एस. मुखोपाध्याय, कार्यपालक निदेशक (वित्त एवं लेखा–बीएसपी) श्री प्रवीण निगम, कार्यपालक निदेशक (मानव संसाधन–बीएसपी) श्री पवन कुमार, कार्यपालक निदेशक (माइन्स–बीएसपी) श्री बी.के. गिरि, कार्यपालक निदेशक (संकार्य–बीएसपी) श्री राकेश कुमार एवं कार्यपालक निदेशक (चिकित्सा एवं स्वास्थ्य सेवाएं–बीएसपी) डॉ. रविंद्रनाथ एम. ने की। इस अवसर पर मुख्य महाप्रबंधकगण, महाप्रबंधकगण सहित सुरक्षा एवं अग्निशमन सेवाएं विभागों के वरिष्ठ अधिकारीगण, तथा सेल के विभिन्न इकाइयों – एसएसओ, डीएसपी, आरएसपी, बीएसएल, आईएसपी, एएसपी, वीआईएसएल, सीएफपी, बीएसपी माइंस, जेजीओएम, एसआरयू एवं एसएसपी से आए प्रतिनिधि उपस्थित रहे। इस बैठक का उद्देश्य पूर्व सुरक्षा बैठकों की समीक्षा करना, डिजिटल और तकनीकी सुरक्षा उपायों की प्रगति का अवलोकन करना, प्रमुख परिचालन क्षेत्रों में सुरक्षा सुधार, ऑडिट अनुपालन, घटनाओं का विश्लेषण तथा वित्तीय वर्ष 2025–26 में सुरक्षा एवं अग्निशमन सेवाओं के लिए भविष्य की योजनाओं की रूपरेखा तय करना है। इस दो-दिवसीय कार्यक्रम के दौरान प्रस्तुतियों में विभिन्न इकाइयों में सुरक्षा एवं अग्निशमन सेवाओं को सुदृढ़ करने से संबंधित प्रमुख विषयों पर केंद्रित परिचर्चाएं, जिनमें सुरक्षा पहलों और थ्रस्ट क्षेत्रों पर प्रस्तुति, संयंत्रवार सुरक्षा एवं अग्निशमन सेवा अद्यतन, एजेंडा-आधारित सुरक्षा प्रस्तुतियाँ, तथा सुधार के सुझाव और खुली चर्चा शामिल हैं। अपने संबोधन में कार्यपालक निदेशक (एसएसओ) अनुप कुमार ने कहा कि, “पिछली पंद्रह बैठकें एमटीआई रांची में आयोजित की गईं, किंतु इस वर्ष इसे भिलाई इस्पात संयंत्र में आयोजित करने का निर्णय विशेष महत्व रखता है। उन्होंने कहा कि जहां रणनीति बनती है और जहां उसे लागू किया जाता है, दोनों स्थानों के वातावरण और परिस्थितियों में बड़ा अंतर होता है। यह मंच हमें फील्ड आधारित अनुभवों और सर्वोत्तम प्रक्रियाओं का प्रत्यक्ष आदान-प्रदान करने का अवसर देता है।” उन्होंने कहा कि भिलाई इस्पात संयंत्र निरंतर अन्य इकाइयों का पथप्रदर्शक बना हुआ है और उसकी सुरक्षा प्रक्रियाएं बेंचमार्क के रूप में मानी जाती हैं। ऐसी स्थिति में यह बीएसपी पर और अधिक दायित्व भी डालता है कि वह सभी मानक संचालन प्रक्रियाओं (एसओपी), मानक अनुरक्षण प्रक्रियाओं (एसएमपी) एवं बेहवियरल इंटरवेंशंस का न केवल सफल अनुपालन करे, बल्कि उसमें कुशल अनुशासन सुनिश्चित करे। उन्होंने आशा व्यक्त की कि सुरक्षा मंथन बैठक के दौरान विचार-विमर्श से नई प्रभावी कार्य प्रणालियों का उद्भव होगा, जो सेल को दुर्घटनारहित संगठन बनने की दिशा में आगे ले जाएगा। कार्यपालक निदेशक (संकार्य–बीएसपी) राकेश कुमार ने अपने वक्तव्य में कहा कि सुरक्षा प्रणाली की सफलता एक श्रृंखलाबद्ध प्रतिक्रिया के समान है, जहां प्रत्येक व्यक्ति की सक्रिय सहभागिता आवश्यक होती है। उन्होंने कहा, “मौजूदा प्रणालियों के बावजूद कई बार सुरक्षा नियमों के अनुपालन में खामियां रह जातीं हैं, जिनसे दुर्घटनाएं घटित होती हैं। यह बैठक उन खामियों की गहन समीक्षा कर, सुदृढ़ कार्यप्रणाली विकसित करने का एक सशक्त अवसर है, जिससे सेल के इस्पात संयंत्रों में सुरक्षित और दक्ष संचालन संभव हो सके।” कार्यक्रम का आरंभ मुख्य महाप्रबंधक (सुरक्षा एवं अग्नि सेवाएं) श्री देबदत्त सतपथी के स्वागत भाषण से हुआ, जिसमें उन्होंने सुरक्षा मंथन की आवश्यकता और प्रासंगिकता पर प्रकाश डाला। उन्होंने संयंत्र स्तर पर की गई सुरक्षा ऑडिट्स, आपातकालीन प्रतिक्रिया योजनाएं और भविष्य की योजनाओं की संक्षिप्त रिपोर्ट भी प्रस्तुत की। कार्यक्रम का संचालन सहायक महाप्रबंधक (एसईडी) शोभन घोष द्वारा किया गया, जबकि धन्यवाद ज्ञापन महाप्रबंधक प्रभारी (एसईडी) संजय कुमार अग्रवाल ने प्रस्तुत किया। सुरक्षा मंथन बैठक के आयोजक समिति में शामिल सुरक्षा अभियान्त्रिकी विभाग से एस सुनोव, पी एम राजेंद्र कुमार, सुश्री यू वी सुभद्रा, सरोज कुमार महतो, जे तुलसीदासन, एस आर शेंडे, अजय कुमार गोने, मृदुल श्रीवास्तव, जीवन लाल ध्रुव, अनुराग पाठक, अजय टल्लू, अरिजीत रॉय, वेंकटपति राजू, अखिल मिश्रा, जनार्दन वेंकट राव, श्री प्रवीण कुमार शुक्ला, सूरज वर्मा, तथा अग्निशमन विभाग से संजय धवस, बी के महापात्रा, देबाशीश भट्टाचार्जी सहित अन्य वरिष्ठ अधिकारियों एवं कर्मचारियों ने इसके सफल ईएमएस / दिनांक: 23.04.2025