लंदन (ईएमएस)। वर्तमान में बिगड़ती जीवनशैली की वजह से इंसुलिन रेजिस्टेंस की समस्या तेजी से बढ़ रही है। इसकी वजह से खाने से मिलने वाला ग्लूकोज शरीर की मसल्स, लिवर और फैट सेल्स में ऊर्जा के रूप में नहीं पहुंच पाता। यह एक ऐसी स्थिति है जिसमें शरीर इंसुलिन हार्मोन का सही तरीके से उपयोग नहीं कर पाता। इसके परिणाम स्वरूप ब्लड शुगर का स्तर बढ़ने लगता है और थकान, कमजोरी, अत्यधिक भूख लगना, बार-बार प्यास लगना और बार-बार यूरिन आने जैसी समस्याएं सामने आने लगती हैं। अगर समय रहते ध्यान न दिया जाए तो यह स्थिति टाइप 2 डायबिटीज का रूप ले सकती है। अच्छी बात यह है कि इस समस्या को कुछ घरेलू उपायों और सही खानपान के ज़रिए कंट्रोल किया जा सकता है, खासकर सुबह खाली पेट कुछ नेचुरल चीजों का सेवन करके इंसुलिन सेंसिटिविटी को बेहतर बनाया जा सकता है। इंसुलिन रेजिस्टेंस की समस्या को कम करने के लिए रोजाना सुबह खाली पेट एक चम्मच मेथी दाना पानी में भिगोकर उसका पानी पीना बेहद लाभकारी माना जाता है। यह न केवल ब्लड शुगर लेवल को नियंत्रित करता है बल्कि शरीर में इंसुलिन की कार्यक्षमता को भी बढ़ाता है। वहीं दालचीनी की ड्रिंक भी एक कारगर उपाय है। एक स्टिक दालचीनी को रातभर पानी में भिगोकर अगली सुबह उसका पानी पीने से मेटाबॉलिज्म बेहतर होता है और शुगर लेवल स्थिर रहता है। इसके अलावा आंवला भी इस मामले में बेहद असरदार माना गया है। रोजाना सुबह एक आंवले का सेवन या उसका थोड़ा सा जूस पीने से ब्लड शुगर नियंत्रित रहता है और इम्युनिटी भी मजबूत होती है। साथ ही अलसी के दाने, जो ओमेगा-3 फैटी एसिड और फाइबर से भरपूर होते हैं, उन्हें रातभर भिगोकर सुबह चबाना इंसुलिन सेंसिटिविटी बढ़ाने में मदद करता है। बादाम भी इसी श्रेणी में आता है। 5-6 भीगे हुए बादाम रोजाना सुबह खाली पेट खाने से न सिर्फ हेल्दी फैट्स और मैग्नीशियम मिलता है, बल्कि यह ब्लड शुगर को भी संतुलित करता है। सुदामा/ईएमएस 23 अप्रैल 2025