नई दिल्ली,(ईएमएस)। अमेरिका और चीन के बीच लंबे टैरिफ वॉर अब खत्म होने की कगार पर नजर आ रहा है। अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने संकेत दिया है कि बीजिंग के साथ व्यापार वार्ता सही दिशा में आगे बढ़ रही है और दोनों देश टैरिफ डील के बेहद करीब हैं। ट्रंप के इस बयान के बाद अंतरराष्ट्रीय बाजारों में हलचल तेज हो गई। खासतौर पर शेयर बाजारों में उम्मीद दौड़ गई है, लेकिन सोने में निवेश करने वालों को सतर्क रहना चाहिए, क्योंकि ट्रेड डील का असर सीधे तौर पर सोने की कीमतों पर पड़ सकता है। अगर अमेरिका और चीन के बीच व्यापार समझौता हुआ तो इसका मतलब वैश्विक स्तर पर अर्थव्यवस्था को लेकर अनिश्चितता घटेगी। जब बाजार स्थिर होते हैं, तो निवेशक सेफ हेवेन जैसे सोना छोड़कर जोखिम भरे निवेश, जैसे कि स्टॉक्स, की ओर रुख करते हैं। विशेषज्ञों का कहना है कि अगर यह डील होती है, तो सोने में मुनाफावसूली शुरू हो सकती है। अनुमान है कि सोने की कीमतें 83,700 रुपए प्रति 10 ग्राम तक गिर सकती हैं। फिलहाल सोना 89700 (3080डॉलर), 89,700 रुपए के आसपास कारोबार कर रहा है और उसमें 86,500 (2975 डॉलर), और 83,700 (2865 डॉलर) रुपए के स्तरों पर मजबूत बना हुआ है यानी गिरावट होने पर भी ये लेवल सोने की गिरावट को रोक सकते हैं। एक्सपर्ट के मुताबिक भले ही ट्रेड डील सोने को कमजोर कर सकती है, लेकिन बढ़ती महंगाई, अर्थिक अस्थिरता और भू-राजनैतिक तनाव के चलते सोना अब भी मजबूत निवेश विकल्प है। उन्होंने कहा कि फेडरल रिजर्व द्वारा ब्याज दरों में कटौती की संभावना, कमजोर डॉलर और केंद्रीय बैंकों की सोने की लगातार खरीदारी से इसकी कीमतों को समर्थन मिलता रहेगा। सिराज/ईएमएस 19अप्रैल25