-अलीगढ़ में पांच दिवसीय दौरे के दौरान संगठन की मजबूती पर किया मंथन अलीगढ़,(ईएमएस)। राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ (आरएसएस) के प्रमुख मोहन भागवत ने संगठन की मूलभूत इकाई शाखाओं के विस्तार की आवश्यकता पर बल देते हुए कहा कि शाखाएं ही संघ की मजबूत नींव हैं और सभी स्वयंसेवकों को मिलकर इनकी संख्या बढ़ाने के लिए कार्य करना चाहिए। फिलहाल देशभर में आरएसएस की 83,129 शाखाएं सक्रिय हैं, लेकिन संगठन का लक्ष्य है कि अपने शताब्दी वर्ष तक यह संख्या एक लाख को पार कर जाए। गौरतलब है कि इस वर्ष विजयादशमी (दशहरा) पर आरएसएस के 100 वर्ष पूरे हो जाएंगे। पांच दिवसीय अलीगढ़ दौरे पर भागवत ने ब्रज क्षेत्र के विभिन्न जिलों के पदाधिकारियों के साथ विचार-विमर्श किया। इस दौरान उन्होंने समाज में संघ की पहुंच को और मजबूत करने के लिए अधिक शाखाएं शुरू करने पर विशेष ध्यान देने की बात कही। आरएसएस की ओर से जारी एक विज्ञप्ति में बताया गया कि भागवत ने संगठन के सामाजिक सरोकारों को आगे बढ़ाते हुए ‘पंच परिवर्तन’ की अवधारणा को रेखांकित किया। इसके अंतर्गत पांच प्रमुख क्षेत्र कुटुंब प्रबोधन (परिवार जागरूकता), पर्यावरण संरक्षण, सामाजिक सद्भाव, आत्म सुधार और नागरिकों के कर्तव्य शामिल हैं। वर्तमान में भागवत सिंघारपुर क्षेत्र स्थित केशव सेवा धाम में ठहरे हुए हैं और 21 अप्रैल तक वहीं रहेंगे। आरएसएस नेतृत्व के इस दौरे को आगामी दशकों के लिए संगठन की रणनीति और विस्तार योजना का महत्वपूर्ण कदम माना जा रहा है। हिदायत/ईएमएस 19अप्रैल25