-बीजेपी आज शाम कर रहे मेगा रैली, टीएमसी ने हिंसा को पूर्व नियोजित करार दिया कोलकाता,(ईएमएस)। पश्चिम बंगाल के राज्यपाल सीवी आनंद बोस दो दिवसीय दौरे के दौरान मुर्शिदाबाद पहुंचे हैं। राज्यपाल से पहले राष्ट्रीय महिला आयोग की टीमों ने मुर्शिदाबाद हिंसा प्रभावित क्षेत्रों का दौरा किया है। वहीं बीजेपी आज शाम कोलकाता में बंगाली हिंदू बचाओ महा मिच्छिल रैली करने जा रही है। राज्यपाल बोस शनिवार सुबह मुर्शिदाबाद के हिंसा प्रभावित क्षेत्र धूलियान पहुंच रहे हैं। गौरतलब है कि राज्यपाल हिंसा प्रभावित इलाकों का जायजा लेने और पीड़ितों से मुलाकात करने के लिए दो दिवसीय दौरे पर हैं। इससे पहले शुक्रवार को राज्यपाल ने मालदा में राहत शिविरों का दौरा किया था, जहां उन्होंने विस्थापित परिवारों से मुलाकात की और उनकी समस्याएं भी सुनीं थीं। यहां राज्यपाल बोस ने कहा, कि ‘शांति बहाली के लिए मैं हर संभव कोशिश करूंगा। उन्होंने कहा कि पीड़ितों ने बताया है, कि उनके घरों पर हमला हुआ, लूटपाट हुई और इसी के साथ बल पूर्वक बेघर कर दिया गया। उन्होंने आश्वस्त करते हुए कहा कि इन तमाम शिकायतों पर मैं कार्रवाई करूंगा। मुर्शिदाबाद में हिंसा ग्रस्त इलाकों का राष्ट्रीय महिला आयोग (एनसीडब्ल्यू) की टीमों ने सघन दौरा किया है। टीम के सदस्यों ने पीड़ित परिवारों से भी मुलाकात की और उनसे वास्तविक स्थिति की जानकारी ली है। इससे पहले महिला आयोग की टीम ने मालदा इलाके में पीड़ित परिवारों से भी मुलाकात की। बीजेपी की मेगा रैली आज शाम कोलकाता में आज शनिवार शाम कोलकाता में भारतीय जनता पार्टी ‘बंगाली हिंदू बचाओ महा मिच्छिल’ (मेगा रैली) का आयोजन करने जा रही है। इस रैली का आयोजन पश्चिम बंगाल में हिंदू समुदाय पर कथित हमलों और भेदभाव के खिलाफ किया जा रहा है। बीजेपी नेताओं ने रैली को पश्चिम बंगाल की ममता बनर्जी सरकार की कथित तुष्टिकरण नीतियों के खिलाफ एक बड़ा प्रदर्शन होना करार दिया है। वीएचपी ने किया देशव्यापी विरोध प्रदर्शन का आव्हान वहीं दूसरी तरफ विश्व हिंदू परिषद (वीएचपी) ने मुर्शिदाबाद हिंसा के विरोध में देशव्यापी विरोध प्रदर्शन का आह्वान किया है। इसी के साथ वीएचपी ने पश्चिम बंगाल में राष्ट्रपति शासन लगाए जाने की भी मांग की है। टीएमसी का दावा हिंसा पूर्व नियोजित इन सब के बीच तृणमूल कांग्रेस (टीएमसी) ने स्पष्ट रुप से कहा है कि मुर्शिदाबाद की हिंसा पूर्व नियाजित षडयंत्र का हिस्सा रही है। टीएमसी ने एक बार फिर अपने रुख को दोहराया है और दावा किया है कि मुर्शिदाबाद की घटना एक पूर्व नियोजित साजिश का हिस्सा थी और इसकी पुष्टि जांच के बाद संभव हो सकेगी। हिदायत/ईएमएस 19अप्रैल25