मुंबई (ईएमएस)। बालीवुड के प्रतिष्ठित निर्माता और निर्देशक शेखर कपूर प्रतिष्ठित इस्तांबुल फिल्म फेस्टिवल के जूरी चेयरमैन के रूप में अपनी भूमिका निभा रहे हैं। शेखर कपूर अब एक नए और रोमांचक सफर पर निकल पड़े हैं। शेखर कपूर का फिल्मी करियर दशकों तक फैला हुआ है और उन्होंने अपनी फिल्मों से दुनिया भर के दर्शकों को प्रभावित किया है। इस्तांबुल फिल्म फेस्टिवल में अपनी जूरी की भूमिका के अलावा, शेखर कपूर एक और महत्वपूर्ण जिम्मेदारी निभा रहे हैं वे इस्तांबुल के एक प्रमुख फिल्म स्कूल में लेक्चर देंगे। यहां, वह युवा फिल्मकारों को कहानी कहने की कला, निर्देशन और सिनेमा की बदलती दुनिया के बारे में मार्गदर्शन देंगे। इस नए चरण के बारे में बात करते हुए शेखर कपूर ने खुशी व्यक्त की और कहा, “एक नई रोमांचक यात्रा पर निकल रहा हूँ... इस्तांबुल फिल्म फेस्टिवल का जूरी चेयरमैन बनकर और वहां की फिल्म स्कूल में पढ़ाना। अच्छा है ना? शिकायत का तो कोई मौका नहीं है।”अब, शेखर कपूर अपनी अगली फिल्म ‘मासूम 2’ के निर्देशन के लिए भी तैयार हैं। इस प्रकार, वह न केवल अपनी फिल्मों के माध्यम से सिनेमा के भविष्य को आकार दे रहे हैं, बल्कि उन युवाओं को भी प्रेरित कर रहे हैं जिन्हें वह मार्गदर्शन देते हैं और जिनकी कहानियों को वे जीवंत करने में मदद करते हैं। ‘एलिज़ाबेथ’, ‘मिस्टर इंडिया’ और ‘बैंडिट क्वीन’ जैसी चर्चित फिल्मों का निर्देशन करने वाले शेखर कपूर का प्रभाव सिनेमा जगत में व्यापक है। उन्हें जूरी चेयरमैन के रूप में नियुक्त किया जाना उनके करियर का सम्मान है और फेस्टिवल में चयन प्रक्रिया में एक नई वैश्विक दृष्टिकोण लाने का वादा करता है। सुदामा/ईएमएस 19 अप्रैल 2025