रायपुर(ईएमएस)। छत्तीसगढ़ की सियासत में फिर मचा बवाल! साय सरकार द्वारा निगम-मंडलों में पदाधिकारी शपथ ग्रहण को लेकर रचे जा रहे राजनीतिक इवेंट को लेकर कांग्रेस ने जबरदस्त पलटवार किया है। प्रदेश कांग्रेस कमेटी के वरिष्ठ प्रवक्ता सुरेंद्र वर्मा ने तीखा आरोप लगाते हुए कहा है कि यह शपथ नहीं, शो है! और इस शो की कीमत चुकाई जा रही है जनता की गाढ़ी कमाई से! वर्मा ने कहा कि संविधान में निगम-मंडल के पदाधिकारियों के लिए किसी शपथ ग्रहण समारोह की अनिवार्यता नहीं है, लेकिन भाजपा सरकार इसे राजनीतिक रंगमंच बना रही है। वहीं दूसरी ओर हालात यह हैं कि राज्य हर महीने औसतन 3500 करोड़ का कर्ज ले रहा है, 25 जिलों में एनएचएम कर्मियों को वेतन नहीं, सरकारी अस्पतालों में दवा और उपकरणों का टोटा, विकास कार्य पैसे के अभाव में ठप और दूसरी ओर सरकार लाखों-करोड़ों फूंक कर राजनीतिक तामझाम कर रही है! उन्होंने पूछा सरकार बताए कि शपथ समारोह के लिए इंडोर स्टेडियम, शहीद स्मारक और वातानुकूलित ऑडिटोरियम का किराया, भोज-भात, होर्डिंग्स और पोस्टर का खर्च कहां से उठाया गया? किस विभाग ने इसके लिए बजट मंजूर किया? वर्मा यहीं नहीं रुके। उन्होंने कहा कि निगम-मंडल-आयोग महज सलाहकार संस्थाएं हैं, जिनके पास न तो स्वतंत्र अधिकार होते हैं, न वित्तीय शक्तियां। फिर इन पदाधिकारियों का ऐसा शाही स्वागत और शपथ-समारोह का दिखावा किस लिए? सुरेंद्र वर्मा ने आरोप लगाया कि भाजपा सरकार निजी प्रचार की भूख में जनता का पैसा बहा रही है। उन्होंने इसे साफ तौर पर संघी प्रचार प्रोजेक्ट बताया। कांग्रेस ने मांग की है कि सरकार इस वित्तीय अनियमितता पर तत्काल जांच कर कठोर कार्यवाही करे और जिन्होंने जनधन का दुरुपयोग किया है उनसे वसूली की जाए। सत्यप्रकाश(ईएमएस)18 अप्रैल 2025