क्षेत्रीय
18-Apr-2025
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जगदलपुर(ईएमएस)। आज मां दंतेश्वरी की पावन नगरी शौर्य और संस्कार की मिसाल बन गई। दुर्गा वाहिनी के शौर्य प्रशिक्षण सत्र के तहत मां दंतेश्वरी मंदिर प्रांगण में आयोजित शौर्य संचालन ने जनमानस में उत्साह और गर्व का संचार कर दिया। जहां एक ओर परंपरा की गरिमा झलकी, वहीं दूसरी ओर बहनों ने अद्भुत पराक्रम और आत्मरक्षा की बेमिसाल झलक दिखाई। सैकड़ों बहनों ने मैदान में उतरकर शौर्य और साहस का ऐसा प्रदर्शन किया कि देखने वाले रोमांचित हो उठे। लकदक परिधान, अनुशासित कतारें और तालियों की गड़गड़ाहट के बीच जब बहनों ने युद्धकला, दांव-पेंच और सामूहिक युद्धाभ्यास दिखाया, तो वातावरण जय माँ दुर्गा के नारों से गूंज उठा। छह दिवसीय इस विशेष प्रशिक्षण सत्र में बहनों को धर्मांतरण, लव जिहाद जैसे ज्वलंत मुद्दों पर जागरूक किया जा रहा है। साथ ही उन्हें सिखाया जा रहा है कि कैसे विपरीत परिस्थितियों में स्वयं की रक्षा करते हुए, दूसरों की रक्षा हेतु भी तत्पर रहा जाए। शौर्य संचालन का मार्गदर्शन मां दंतेश्वरी मंदिर से आरंभ होकर हनुमान मंदिर चौक, अस्पताल चौक, श्रीराम मंदिर, गोलबाजार चौक, सिरहासार चौक होते हुए पुनः मंदिर परिसर में संपन्न हुआ। इस पूरे पथ संचालन में रास्ते भर नगर के राजनीतिक, सामाजिक व व्यापारी संगठनों ने पुष्पवर्षा कर स्वागत किया। व्यापारी वर्ग का सहयोग विशेष रूप से उल्लेखनीय रहा। कार्यक्रम के पूर्व आयोजित बौद्धिक सत्र में विश्व हिंदू परिषद के प्रांत उपाध्यक्ष शिशुपाल सिंह राजपूत ने सामाजिक समरसता पर जोर देते हुए कहा कि भारत की विविधता में एकता ही उसकी सबसे बड़ी ताकत है, और यही हमारी संस्कृति की आत्मा है। कार्यक्रम को सफल बनाने में बजरंग दल, मातृशक्ति और विश्व हिंदू परिषद के कार्यकर्ताओं का महत्वपूर्ण योगदान रहा। इस अवसर पर सरस्वती शिशु मंदिर के अध्यक्ष कुंवर राज बहादुर राणा, विभाग मंत्री रवि ब्रह्मचारी, जिला अध्यक्ष शंकर लाल गुप्ता सहित कई गणमान्यजन मौजूद रहे। ईएमएस(संजय कुमार जैन)18अप्रैल 2025