वाशिंगटन (ईएमएस)। वैज्ञानिकों ने ऐसा कैमरा तैया किया है, जो एक सेकंड के खरबवें हिस्से में फोटो खींच सकता है। यह कैमरा सामान्य स्मार्टफोन से करीब 25 करोड़ गुना तेज है। कैमरे का नाम है वीएसपीडीएफ, कैमरे को कोलंबिया यूनिवर्सिटी के वैज्ञानिकों की टीम ने तैयार किया है। इसकी मदद से परमाणुओं की गति और उनकी हलचल को बेहद सटीकता से देख सकते है। दरअसल वैज्ञानिक लंबे समय से इस प्रक्रिया को समझना चाहते थे, लेकिन तकनीक की सीमाओं के कारण यह संभव नहीं हो पा रहा था। अब इस नए सुपर-फास्ट कैमरे से संभव हो सकेगा। यह कैमरा आम कैमरों की तरह रोशनी का इस्तेमाल नहीं करता, बल्कि न्यूट्रॉन नामक सूक्ष्म कणों की मदद से परमाणुओं की स्थिति का पता लगाता है। न्यूट्रॉन किसी पदार्थ से टकराकर जब गुजरते है, तब उनके रास्ते में हुए बदलावों से यह समझा जा सकता है कि आसपास कौन-कौन से परमाणु हैं और वे किस तरह से हिल रहे हैं। वीएसपीडीएफ,कैमरा की स्पीड बदली जा सकती है, जिससे ‘डायनामिक डिसऑर्डर’ और ‘स्टैटिक डिसऑर्डर’ (सामान्य हलचल) के बीच फर्क करना आसान होता है। इस तकनीक को वैज्ञानिकों ने सबसे पहले जर्मेनियम टेल्यूराइड नामक पदार्थ पर आज़माया। यह पदार्थ थर्मोइलेक्ट्रिक उपकरणों में काम आता है, जो गर्मी से बिजली बनाते हैं या बिजली से ठंडक पैदा करते हैं। अध्ययन में सामने आया कि जैसे-जैसे तापमान बढ़ता है, इसके परमाणु खास दिशा में तेजी से हिलने लगते हैं वही दिशा जिससे यह बिजली खींचता है। इस खोज से वैज्ञानिकों को न केवल जटिल पदार्थों को बेहतर ढंग से समझने में मदद मिलेगी, बल्कि इसतरह के नए उपकरण बनाने की दिशा में भी रास्ता खुलेगा जो अंतरिक्ष अभियानों जैसे कि मंगल ग्रह पर चलने वाले रोवर के लिए ऊर्जा मुहैया करा सकें। आशीष/ईएमएस 18 अप्रैल2025