अंतर्राष्ट्रीय
18-Apr-2025
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-कुछ युवा हाईपरटेंशन और डायबटीज जैसी बीमारियों से ग्रसित, छिपने को हैं मजबूर मॉस्को,(ईएमएस)। यूक्रेन से युद्ध के चलते रूस में सैन्य हलचल है। राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन के आदेश पर 1 अप्रैलसे देशभर में एक ‘महा सैन्य भर्ती अभियान’ चलाया जा रहा है, जिसमें 18 से 30 साल के करीब 1.6 लाख युवाओं को सेना में भर्ती किया जा रहा है। हैरानी की बात यह है कि सेना में भर्ती के लिए कुछ हाईपरटेंशन और डायबटीज जैसी बीमारियों से ग्रसित हैं। यह भर्ती अभियान 2011 के बाद की सबसे बड़ी कंसक्रिप्शन ड्राइव मानी जा रही है। इस अभियान के जरिए रूस की सैन्य ताकत को 25 लाख सैनिकों तक पहुंचाना है। पुतिन ने पिछले साल एक आदेश में इसका ज़िक्र किया था और अब यह योजना जमीन पर उतारी गई है। मीडिया रिपोर्ट के मुताबिक, इस बार की भर्ती पहले से कहीं ज्यादा और आक्रामक तरीके से की जा रही है। रिपोर्ट के मुताबिक मॉस्को के पास रहने वाले 21 साल के युवक का कहना है कि वह हाईपरटेंशन बीमारी से पीड़ित है, इसके बावजूद सेना में भर्ती के लिए उसे समन भेजा गया है। वह इन दिनों छिपकर रहने को मजबूर है और उम्मीद कर रहा है कि मेडिकल छूट के लिए आवेदन कर सकें, क्योंकि सरकार से उसे राहत नहीं मिल रही। रिपोर्ट में मानवाधिकार कार्यकर्ताओं के मुताबिक पहले युवाओं को किसी न किसी आधार पर भर्ती से छूट मिल जाती थी, लेकिन इस बार 18 से 30 साल तक की उम्र सीमा तय कर दी गई है। पहले यह सीमा 27 साल थी। एक संगठन के प्रवक्ता का कहना है कि अब समन किसी को भी मिल सकता है और इससे बचने का रास्ता तकरीबन बंद हो गया है। भले ही रूसी रक्षा मंत्रालय ने दावा किया है कि ये सैनिक यूक्रेन नहीं भेजे जाएंगे, लेकिन जानकारों का मानना है कि ये कदम यूक्रेन युद्ध को लंबा खींचने की तैयारी है। अनुमान के मुताबिक रूस ने पिछले तीन साल में यूक्रेन से जंग में लाखों सैनिकों को खो दिया है। सिराज/ईएमएस 18 अप्रैल2025