बेंगलुरु(ईएमएस)। इंजीनियर अब ड्रग्स बेचने का काम कर रहा था। पुलिस का कहना है कि ये आईटी कंपनियों में काम करने वाले लोगों को हाइड्रो गांजा सप्लाई करता था। पुलिस ने इससे 3.5 किलो गांजा बरामद किया है। इस गांजे की कीमत लगभग 4 करोड़ रुपये बताई जा रही है। साथ ही, पुलिस को इसके पास से 36 लाख रुपये कैश भी मिले हैं। कर्नाटक के बेंगलुरु में पुलिस की सेंट्रल क्राइम ब्रांच (सीसीबी) ने एक इंजीनियर को पकड़ा है। पुलिस के मुताबिक, जिजो प्रसाद बेंगलुरु के पूर्वी और दक्षिण-पूर्वी इलाकों में आईटी प्रोफेशनल्स को हाइड्रो गांजा बेचता था। वो एक ग्राम गांजे के लिए 12 हजार रुपये लेता था। वो वाट्सएप के जरिए अपने ग्राहकों से बात करता था और बहुत सावधानी से काम करता था, ताकि किसी को शक न हो। पुलिस ने बताया कि जिजो गांजे को एयरटाइट प्लास्टिक के कवर में पैक करता था, ताकि उसकी गंध बाहर न आए और किसी को पता न चले। वो ग्राहकों से मिलने के लिए सुनसान जगह चुनता था। पुलिस ने बताया कि हाइड्रो गांजा, गांजे का ही एक प्रकार है। इसे खास तरीके से उगाया जाता है और ये बहुत महंगा होता है। पुलिस ने बताया कि आरोपी का नाम जिजो प्रसाद है। उसकी उम्र 25 साल है और वो बोम्मनहल्ली में रहता है। एंटी-नारकोटिक्स विंग ने उसे तब पकड़ा, जब वो वीर संद्रा के पास एक खाली प्लॉट में गांजे का पार्सल देने के लिए इंतजार कर रहा था। ये जगह इलेक्ट्रॉनिक सिटी के पास है। पुलिस ने जिजो प्रसाद पर एनडीपीएस एक्ट के तहत मामला दर्ज किया है। कोर्ट ने उसे जेल भेज दिया है। पुलिस का कहना है कि जिजो ये गांजा केरल में रहने वाले अश्विन से लेता था। अश्विन अभी फरार है और पुलिस उसकी तलाश कर रही है। वीरेंद्र/ईएमएस/17अप्रैल2025 -----------------------------------