नई दिल्ली (ईएमएस)। गर्मी के मौसम में न केवल बाहरी त्वचा प्रभावित होती है, बल्कि शरीर के अंदरूनी हिस्से पर भी असर पड़ता है। गर्मी का सीजन शुरू होते ही तेज धूप, उमस और बढ़ता तापमान मुश्किलें बढ़ाने लगता है। ऐसी स्थिति में स्वस्थ रहना बेहद जरूरी हो जाता है, ताकि डिहाइड्रेशन, थकान और हीट स्ट्रोक जैसी परेशानियों से बचा जा सके। सही खानपान और दिनचर्या को अपनाकर गर्मी में शरीर को अंदर और बाहर से फिट रखा जा सकता है। इस मौसम में कई तरह के फल और सब्जियां उगती हैं, जो पोषण का बेहतरीन स्रोत बन सकती हैं। जामुन, तरबूज, खीरा, टमाटर और पत्तेदार साग जैसे खाद्य पदार्थ न केवल शरीर को हाइड्रेट रखते हैं, बल्कि इनमें मौजूद विटामिन, खनिज और एंटीऑक्सीडेंट इम्यूनिटी को भी मजबूत करते हैं। इसके अलावा, शरीर को पर्याप्त पानी मिलना भी जरूरी है, क्योंकि गर्मी और उमस के कारण पसीना अधिक निकलता है, जिससे शरीर में पानी की कमी हो सकती है। दिनभर में पर्याप्त मात्रा में पानी पीना बेहद आवश्यक है। घर से बाहर जाते समय पानी की बोतल साथ रखें, ताकि शरीर हाइड्रेटेड रहे। नारियल पानी, ताजा जूस, छाछ और फ्लेवर्ड पानी को भी अपनी दिनचर्या का हिस्सा बनाएं। यह न केवल शरीर को ठंडा रखेगा, बल्कि ऊर्जा भी प्रदान करेगा। इसके अलावा, तेज धूप से बचने के लिए जब भी बाहर निकलें, तो छाता, टोपी या सनस्क्रीन का इस्तेमाल करें। वातानुकूलित स्थानों जैसे शॉपिंग मॉल, लाइब्रेरी या सामुदायिक केंद्रों में समय बिताना भी बेहतर विकल्प हो सकता है। अच्छे स्वास्थ्य के लिए पर्याप्त आराम और नींद लेना भी बेहद जरूरी है। शरीर को तरोताजा और ऊर्जावान बनाए रखने के लिए रोजाना कम से कम 7-8 घंटे की नींद लें। गर्मी में स्वस्थ रहने के लिए सही खानपान, पर्याप्त पानी और अच्छी दिनचर्या को अपनाना बेहद आवश्यक है। गर्मी के दौरान हल्का और ताजगी देने वाला भोजन खाने की सलाह दी जाती है, जिससे न केवल वजन नियंत्रित रहेगा, बल्कि शरीर भी तरोताजा महसूस करेगा। मीठे और मादक पेय पदार्थों से बचना भी इस मौसम में जरूरी है। इन पेय पदार्थों में कैलोरी की मात्रा अधिक होती है, जो शरीर पर नकारात्मक प्रभाव डाल सकती है। सुदामा/ईएमएस 17 अप्रैल 2025