हम इसकी जानकारी नगरीय प्रशासन मंत्री मुख्यमंत्री को भी देंगे रिकॉर्ड देखकर एफ आई आर तक दर्ज कराएंगे -महापौर निगमायुक्त ने कहा भू स्वामित्व रिकार्ड का परीक्षण कर शीघ्र करेंगे दोषियों पर कार्यवाही कटनी (ईएमएस)। भूमाफियाओं ने बदल डाली है माधवनगर की तस्वीर और प्रशासन बेखबर है द्य अभी चल रहे ताज़ा मामले में उत्कृष्ट स्कूल के सामने समदडिय़ा सिटी से लगे अवैध प्लॉटिंग करने वालों ने वर्षों पुराने 70 फुट चौड़े मुख्य नाले को पाटकर कब्जा कर लिया है वह नाला अब कहीं 10 तो कहीं सिर्फ 4 से 5 फुट का ही रह गया है। बात यहीं खत्म नहीं हुई नाले का रुख ही अपने मनमुताबिक मोड़ दिया गया है। जब इसकी शिकायत ने जोर पकड़ा तो मंगलवार शाम को मेयर श्रीमती प्रीति संजीव सूरी अपने ननि आयुक्त नीलेश दुबे व एम आई सी मेंबर स्थानीय पार्षद व उपयंत्रियों के साथ वहाँ पहुंची। ननि का काम करने का रिकॉर्ड हो या भू अभिलेखों के रिकॉर्ड की बात हो दोनों घोर निराशाजनक रहते हैं । किसी को नहीं पता था कि किसने कब्जा किया कहां कब्जा किया कब सडक़ बनी कब पुराने नाले की दिशा बदल दी गई द्य अब दफ्तर में बैठकर चेक होगा कि गड़बड़झाला कैसे हो रहा है। मेयर ने तो मीडिया से कह दिया है कि आयुक्त इस जमीन का रिकॉर्ड चेक करेंगे और कार्यवाही होगी मैं इसकी शिकायत सीएम -नगरीय प्रशासन मंत्री तक पहुंचाउंगी। आयुक्त नीलेश दुबे कहते हैं कि अवैध कॉलोनी बनने और उस पर एफ आई आर करने का प्रावधान अलग है अभी तो हमारी प्राथमिकता यह है कि बरसात में यहाँ जल भराव की स्थिति न बने जक निकासी का प्रबंध करना है। अवैध कॉलोनी दिखी मगर बनाने वाला -नहीं मालूम ज्ञातव्य है कि पिछले 5 साल पहले इसी नाले में 2 बच्चे बहकर असमय ही काल के गाल में समा चुके हैं, लेकिन नगर निगम प्रशासन अभी भी रिकॉर्ड की जांच करने की बात कहकर खानापूर्ति करने में लगा हुआ है द्य कल भी इतनी चेकिंग हो गई सब कुछ साफ नजर आया कि अवैध कॉलोनी बन गई प्लॉटिंग हो गई नाला पाटा गया लेकिन किसने यह सब किया किसीको नहीं मालूम अब उस जादूगर को खोजने के लिए ननि के दफ्तर में फाइलें छानी जाएंगी द्य ननि के सूपे में ब?े छेद हुए तो कुछ भी नहीं होगा। सूत्रों की माने तो पिछले कई दिनों से प्रशासन पुराना रिकॉर्ड खंगालने में असमर्थ नजर आ रहा है। सेवन इलेवन और इसके आसपास के मार्केट ही नाले के ऊपर बना दिए गए हैं, मुख्य नाला अपना अस्तित्व खोने की कगार में है। बारिश के दौरान नागरिकों को जलभराव की समस्या का सामना न करना पड़े इस हेतु महापौर श्रीमती प्रीति संजीव सूरी द्वारा मंगलवार को निगमायुक्त नीलेश दुबे के साथ माधवनगर पहुंचकर निर्मित अवैध कालोनी में दो बड़े नालों को पाटकर तथा उनका रास्ता डायवर्ट कर नियम विरुद्ध तरीके से कराए जा रहे निर्माण कार्यों का मौका निरीक्षण किया गया। इस दौरान महापौर एवं निगमायुक्त को स्थानीय नागरिकों एवं निगम के क्षेत्रीय जनप्रतिनिधियों ने बताया कि स्थल पर कई दिनों से अवैध कॉलोनी का निर्माण कार्य चल रहा है। स्थल पर दो पुराने नालों को पाटकर उनके ऊपर निर्माण करने तथा नाले की दिशा परिवर्तित करने के कारण पानी का बहाव रुक जाने से बारिश के दौरान बस्ती में जलभराव की समस्या का सामना करने की जानकारी दी गई। जिस पर महापौर एवं निगमायुक्त ने स्थानीय नागरिकों के साथ पूरी अवैध कालोनी में कराए गए निर्माण कार्यों का पैदल चलकर निरीक्षण किया। निरीक्षण के दौरान दिशा परिवर्तित नाले से पानी की निकासी बाधित पाए जाने पर निगमायुक्त श्री दुबे ने अवैध कालोनी स्थल के खसरे, भू स्वामी एवं मद आदि की जांच कर दोषियों पर विधि संगत कार्यवाही करने के निर्देश दिए। वर्षा काल के दौरान स्थल पर पानी भराव की समस्या न हो इस हेतु अभी से लेआउट के आधार पर पानी निकासी की समुचित व्यवस्था करने के निर्देश निगमायुक्त ने अधिकारियों को दिए । उल्लेखनीय है कि विगत दिवस उपनगरीय क्षेत्र माधवनगर में एमईएस कॉलोनी के पीछे दो मुख्य बड़े नालों को पाटकर अवैध कॉलोनी निर्माण किए जाने की प्राप्त शिकायत को संज्ञान में लेकर महापौर श्रीमती प्रीति संजीव सूरी द्वारा स्थल का मौका निरीक्षण किया गया था। तथा सुगमता से पानी निकासी हेतु नालों को पूर्वानुसार स्थिति में लाने तथा अवैध कालोनी निर्माण करने वाले संबंधित दोषियों के विरुद्ध नियमानुसार वैधानिक कार्यवाही करनें के निर्देश दिए थे।मंगलवार को निरीक्षण के दौरान स्थल पर सेवन इलेवन से आनें वाले मुख्य नाले जो पाट दिया गया था, से सुगम पानी की निकासी हेतु निगम प्रशासन द्वारा खुदाई करने का कार्य भी प्रारंभ पाया गया। अवैध कॉलोनी निर्माण पर लगे अंकुश- महापौर महापौर श्रीमती सूरी ने निरीक्षण के दौरान आयुक्त नीलेश दुबे से अधिकारियों की बैठक आयोजित कर अवैध कालौनी निर्माण कार्य की दिशा मे दोषियों को ठोस कार्यवाही करनें के निर्देश दिए। महापौर श्रीमती सूरी ने कहा कि यदि इस प्रकार के अवैध कालोनी के प्रकरणों में ठोस कार्यवाही नहीं की जाती तो शहर के नागरिकों को वर्षाकाल के दौरान इस प्रकार की समस्याओं का सामना करना पड़ेगा। जिससे स्थानीय नागरिक एवं निगम प्रशासन दोनों को परेशानी होगी। निरीक्षण के दौरान क्षेत्रीय पार्षद श्याम पंजवानी, पूर्व पार्षद राजू माखीजा द्वारा महापौर एवं निगमायुक्त से नाली की दिशा परिवर्तित होने से वर्षा के दौरान समदडिया कॉलोनी एवं एम.ई.एस कॉलोनी में पांच - पांच फुट पानी भरनें की संभावना व्यक्त की गई। जिस पर आयुक्त द्वारा भूमि का खसरा नंबर के आधार पर भूस्वामी एवं मद आदि की जानकारी प्राप्त कर अवैध कालोनाईजर पर विधि संगत कार्यवाही करनें की बात कही है। तथा बरसात के मौसम में पानी भराव की समस्या का सामना न करना पड़े इस हेतु अभी से ले-आउट तैयार कर सुगमता से पानी निकासी की व्यवस्था करने के निर्देश क्षेत्रीय उपयंत्री को दिए । (फोटो ) सात साल से शिकायत अनसुनी कर रहा प्रशासन -प्रकाश सितपाल मैं कई साल से अवैध कब्जोँ के खिलाफ संघर्ष कर रहा हूं सीएम तक शिकायत दी ननि को कई बार दी लेकिन कुछ नहीं हुआ और देखते देखते यहाँ का सत्तर फीट चौड़ा नाला अब तीन चार फीट बचा है उसे भी पाटकर व्यवसायिक भवन बनाए गए यह नाला दुगाडी नाले से मिलता है जिसे मोटवानी सहजवानी वगैरह पांच छ: लोगों के ग्रुप ने स्टाम्प पेपर पर बेच दिया है। शासन शिकायतों को कूड़ेदान में फेंकता है। नाले की दिशा बदलने की जाँच करने आए -मेयर नदी नाले की दिशा नहीं बदली जा सकती जो यहाँ पर बदली जाने की शिकायत पाकर हम सभी यहाँ आए हैं द्य नाला पाट दिया गया भवन बन गए ननि आयुक्त से कहा है कि -राजस्व रिकॉर्ड चेक करें आवश्यक कानूनी कार्यवाही करें द्य इसकी शिकायत नगरीय प्रशासन मंत्री और सी एम तक पहुंचाएंगे द्य नाला डायवर्ट किया गया है -आयुक्त शिकायत मिली कि यहाँ नाला डायवर्ट किया गया है तो पानी भरेगा हमारी प्राथमिकता होगी की जलभराव की स्थिति न बने पहले इसका प्रबंध होगा नाले का वर्क ऑर्डर हुआ है उसे बनाना है अवैध कॉलोनी का प्रावधान अलग है द्य सर्वे होगा किसने किस आधार पर बेचा जाँच होगी फिर नोटिस देंगे अवैध कॉलोनी के लिए भी कार्यवाही होगी। .../ 16 अप्रैल /2025