राज्य
16-Apr-2025
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100 हेक्टेयर भूमि की आवश्यकता, सरकारी स्तर पर मंजूरी का है इंतजार मुंबई, (ईएमएस)। मुंबई-पुणे एक्सप्रेसवे पर मिसिंग लिंक का कार्य तेजी से चल रहा है और यह कार्य अब अपने अंतिम चरण में है। वहीं एमएसआरडीसी ने एक्सप्रेसवे को चौड़ा करने के लिए एक परियोजना शुरू की है। बताया गया है कि मुंबई-पुणे एक्सप्रेसवे को छह लेन से आठ लेन में परिवर्तित किया जाएगा। लगभग 70 किलोमीटर लम्बी आठ लेन के लिए 100 हेक्टेयर भूमि की आवश्यकता है। इसका प्रस्ताव सरकार के पास लंबित है। इस प्रस्ताव के स्वीकृत होने के बाद एक्सप्रेसवे की क्षमता बढ़ जाएगी। दरअसल मुंबई-पुणे एक्सप्रेसवे पर वाहनों की संख्या दिन-प्रतिदिन बढ़ती जा रही है। एक्सप्रेसवे पर प्रतिदिन हजारों वाहन चलते हैं। फिलहाल यह एक्सप्रेसवे छह लेन का है, लेकिन वाहनों की बढ़ती संख्या को देखते हुए इसे आठ लेन का किया जाएगा। मुंबई-पुणे एक्सप्रेसवे 94 किलोमीटर लंबा है। खोपोली निकास से कुसगांव तक 13.3 किलोमीटर लंबी वैकल्पिक सड़क या मिसिंग लिंक परियोजना पर काम तेजी से चल रहा है। इस परियोजना के अंतर्गत दो सुरंगें हैं, जिनकी लंबाई 1.67 किलोमीटर और 8.92 किलोमीटर है। इन दोनों सुरंगों का काम पूरा हो चुका है, जबकि एशिया के सबसे बड़े पुल का काम तेजी से चल रहा है। खालापुर टोल से खोपोली निकास तक 8 लेन की सड़क का निर्माण किया जा रहा है। इसलिए एमएसआरडीसी ने उर्से टोल प्लाजा से आगे एक्सप्रेसवे को आठ लेन का बनाने का निर्णय लिया है। एक्सप्रेसवे जब आठ लेन का हो जाएगा तब इस पर निर्बाध, उच्च गति वाली यात्रा संभव हो सकेगी। अधिकारियों ने बताया कि इस संबंध में प्रस्ताव फिलहाल सरकारी स्तर पर मंजूरी का इंतजार कर रहा है। संजय/संतोष झा- १६ अप्रैल/२०२५/ईएमएस