ज़रा हटके
15-Apr-2025
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मुंबई (ईएमएस)। महाराष्ट्र से एक अनोखी खबर आई है। एक ऑलिव रिडले कछुए ने इतिहास रचने जैसा काम कर दिया है। यह कछुआ ओडिशा से महाराष्ट्र की कोंकण तट तक तैरकर आया और कुल मिलाकर 3,500 किलोमीटर की दूरी कछुए ने तय की। दरअसल, ये मामला रत्नागिरी के गुहागर बीच से सामने आया है। वहीं, कछुए ने 120 अंडे दिए। इसमें से 107 अंडों से बच्चे निकले हैं। यह घटना 2025 की ही है, जिसका खुलासा हुआ है। कछुए को 2021 में ओडिशा के गहीरमाथा बीच पर टैग किया गया था। इसका टैग नंबर था ‘03233’। बता दें तब जूलॉजिकल सर्वे ऑफ इंडिया (जेडएसआई) के वैज्ञानिकों ने 12,000 कछुए टैग किए थे। वैज्ञानिकों को इसकी उम्मीद थी कि कछुए श्रीलंका की ओर लौट जाएंगे, लेकिन ‘03233’ नंबर वाला कछुआ अरब सागर की ओर निकल गया। वह सीधे रत्नागिरी के समुद्र किनारे तक आ पहुंचा। बता दें कि यह अपने आप में पहली घटना है। जेडएसआई के वैज्ञानिक डॉ. बसुदेव त्रिपाठी का कहना है कि इससे पुराने शोधों को चुनौती मिली है। पहले माना जाता था कि पूर्व और पश्चिम तट के कछुए अलग प्रजातियां हैं, लेकिन अब लगता है कि दोनों तट आपस में जुड़े हो सकते हैं। वाइल्डलाइफ इंस्टिट्यूट ऑफ इंडिया के डॉ. सुरेश कुमार ने बताया कि यह कछुआ दोहरी प्रजनन रणनीति अपना रहा होगा। शायद पहले ओडिशा में अंडे दिए, फिर महाराष्ट्र आकर फिर से अंडे दिए। इस खोज ने वैज्ञानिकों की सोच को बदल दिया है। अब वे मानते हैं कि ऑलिव रिडले कछुए लंबी दूरी की यात्रा करते हैं। इसलिए दोनों तटों पर इनके घोंसलों की रक्षा जरूरी है। वैज्ञानिक अभी भी इस खास कछुए पर नजर बनाए हुए हैं। आशीष दुबे / 15 अप्रैल 2025