-वरिष्ठ पदाधिकारियों पर लटक रही खतरे की तलवार, पार्टी में बढ़ी कलह मुंबई,(ईएमएस)। उद्धव की शिवसेना में आदित्य ठाकरे की पकड़ मजबूत बनाने के लिए संगठन में बड़े पैमाने पर बदलाव की संभावना है। इससे वरिष्ठ पदाधिकारियों पर खतरे की तलवार लटक रही है। दूसरी ओर पार्टी के अंदर कलह बढ़ गई है। औरंगाबाद में पार्टी के पूर्व सांसद चंद्रकांत खैरे और विधान परिषद में प्रतिपक्ष नेता अंबादास दानवे के बीच विवाद बढ़ गया है, जिनके बीच सुलह कराने में ठाकरे परिवार असफल रहा है। मुंबई समेत कई हिस्सों से लोग उद्धव सेना छोड़ रहे हैं। मुंबई में उद्धव सेना के आधे से ज्यादा पूर्व नगरसेवकों ने पार्टी छोड़ दी है, कुछ उद्धव सेना को छोड़ने की तैयारी कर रहे हैं। दरअसल, ठाकरे परिवार चाहता है कि पार्टी की ज्यादा से ज्यादा जिम्मेदारी आदित्य ठाकरे संभालें लेकिन इसके लिए पहले आदित्य की पार्टी पर पकड़ मजबूत बनानी होगी। उसके लिए संगठन में पहले बदलाव करने होंगे। आदित्य के करीबी नेता का कहना है कि संगठन में शाखा प्रमुख, विभाग प्रमुख जैसे अन्य प्रमुख पदों पर नए व युवा चेहरों को लाया जाएगा, जो आदित्य के वफादार होंगे या फिर आदित्य के पसंद का होगा। ठाकरे परिवार चाहता है कि आगामी मुंबई महानगरपालिका का चुनाव आदित्य ठाकरे के नेतृत्व में लड़ा जाएगा। लालबाग के राजा मंडल के सचिव सुधीर सालवी को सीधे पार्टी का सचिव बनाया गया है। उद्धव ठाकरे कहते हैं कि अब हमारा ध्यान मुंबई महानगरपालिका पर है। मुंबई के लालबाग, परल और वरली जैसे इलाकों में हमारे कट्टर शिवसैनिक हैं। हम सब एकजुट हैं और खुश हैं। जो संकट हमें और हमारे ऊपर आ रहा है, वह सिर्फ शिवसेना पर नहीं, बल्कि महाराष्ट्र, मुंबई और मराठी अस्मिता पर है। इसे हम एकजुट होकर समाप्त करेंगे। मुझे पूरा यकीन है कि आम आदमी हमारे साथ है। उद्धव सेना के अंदर आंतरिक बवाल अपने चरम पर है। पूर्व सांसद चंद्रकांत खैरे ने सोमवार पार्टी नेता अंबादास दानवे पर निशाना साधा। खैरे ने कहा कि पिछले साल महाराष्ट्र के औरंगाबाद लोकसभा सीट से हार के लिए दानवे जिम्मेदार हैं। खैरे ने उद्धव ठाकरे से दानवे की दो बार शिकायत की लेकिन ठाकरे ने कोई फैसला नहीं लिया। उन्होंने दावा किया कि अप्रैल-मई 2024 में हुए लोकसभा चुनावों के दौरान उनसे सलाह किए बिना टिकट बांटे गए और छह महीने बाद हुए विधानसभा चुनावों में औरंगाबाद जिले में पार्टी का एक भी उम्मीदवार नहीं जीता। खैरे के आरोपों पर अंबादास दानवे ने कहा कि पूर्व सांसद एक वरिष्ठ नेता हैं और वह कोई भी कार्रवाई करने के लिए स्वतंत्र हैं। सिराज/ईएमएस 15अप्रैल25