वॉशिंगटन (ईएमएस)। जापानी वैज्ञानिकों ने चौंकाने वाली खगोलीय घटना के सबूत खोजे हैं। इन सबूतों से ऐसा प्रतीत होता है कि हमारी आकाशगंगा के सबसे निकट स्थित बौनी गैलेक्सी स्मॉल मैगेलैनिक क्लाउड (एसएमसी) का अस्तित्व संकट में है। जापान की नागोया यूनिवर्सिटी के खगोलविद केंगो ताचिहारा और उनकी टीम ने यूरोपीय स्पेस एजेंसी के गैया स्पेसक्राफ्ट से प्राप्त आंकड़ों का विश्लेषण किया और पाया कि एसएमसी को उसका बड़ा पड़ोसी लॉर्ज मैगेलैनिक क्लाउड (एलएमसी) धीरे-धीरे नष्ट कर रहा है। पृथ्वी से लगभग दो लाख प्रकाश वर्ष दूर स्थित एसएमसी और एलएमसी के साथ मिल्की वे के चारों ओर परिक्रमा कर रहा है। पहले माना जा रहा था कि अरबों वर्षों बाद ये दोनों गैलेक्सियां मिल्की वे में विलीन हो जाएंगी, लेकिन अब यह अनुमान और भी भयावह साबित हो सकता है। गैया स्पेसक्राफ्ट द्वारा जुटाए गए आंकड़ों के आधार पर वैज्ञानिकों ने एसएमसी के भीतर मौजूद 7,000 तारों की गति का अध्ययन किया। विश्लेषण में यह पाया गया कि इन तारों की गति सामान्य नहीं है। वे गैलेक्सी के दोनों ओर विपरीत दिशाओं में जा रहे हैं, मानो कोई उन्हें दो दिशाओं में खींच रहा हो। कुछ तारे एलएमसी की ओर बढ़ रहे हैं जबकि कुछ उससे दूर। यह असमान्य गतिविधि इस बात की ओर इशारा करती है कि एलएमसी का गुरुत्वाकर्षण एसएमसी पर हावी हो रहा है और यह उसे धीरे-धीरे खींचते हुए नष्ट कर रहा है। इसके अलावा शोध में यह भी पाया गया कि एसएमसी के तारे अपने गैलेक्सी के अक्ष के चारों ओर नहीं घूम रहे हैं, जो गैलेक्सी संरचना की हमारी पारंपरिक समझ को चुनौती देता है। एसएमसी और एलएमसी का अध्ययन वैज्ञानिकों के लिए इसलिए भी खास है क्योंकि ये गैलेक्सियां उस युग की याद दिलाती हैं जब ब्रह्मांड नया-नया बना था। इनमें भारी धातुओं की कमी है और इनकी संरचना भी साधारण है। इनकी परस्पर क्रियाएं यह समझने में मदद कर सकती हैं कि गैलेक्सियां कैसे विकसित होती हैं। सुदामा/ईएमएस 15 अप्रैल 2025