ब्रूसेल्स(ईएमएस)। आतंकी तहव्वुर राणा के प्रत्यर्पण के बाद अब घोटालेबाज भगोड़ा मेहुल चौकसी पर शिकंजा कसता नजर आ रहा है। चौकसी को बेल्जियम में गिरफ्तार कर लिया गया है। खास बात है कि यह गिरफ्तारी ऐसे समय पर हुई है, जब भारत सरकार की ओर से उसे प्रत्यर्पित करने का अनुरोध किया गया है। वह कथित तौर पर पत्नी के साथ बेल्जियम में रह रहा था। एक अधिकारी ने बताया कि चौकसी को गिरफ्तार किया गया था और उसे जमानत मिलने में समय लगेगा। उन्होंने यह भी बताया है कि सीबीआई बेल्जियम के अधिकारियों के संपर्क में है, ताकि प्रत्यर्पण के अनुरोध पर काम किया जा सके। मीडिया रिपोर्ट्स में दावा किया जा रहा था कि चौकसी ने बेल्जियम में रहने के लिए जाली दस्तावेजों का इस्तेमाल किया था, ताकि भारत में प्रत्यर्पण से बचा जा सके। एक रिपोर्ट में कहा गया था, चौकसी ने बेल्जियम के अधिकारियों को झूठे घोषणापत्र और जाली दस्तावेज दिए थे और आवेदन प्रक्रिया में राष्ट्रीयता को गलत बताया था। उसने भारत और एंटिगुआ की नागरिकता की जानकारी नहीं दी थी। हीरा कारोबारी चौकसी पंजाब नेशनल बैंक में हुए 13 हजार 500 करोड़ रुपये से ज्यादा के फ्रॉड मामले में वांचित है। मीडिया रिपोर्ट्स में सूत्रों के हवाले से बताया जा रहा है कि सीबीआई और ईडी जैसी केंद्रीय एजेंसियों के अनुरोध पर चौकसी को गिरफ्तार किया गया है। खबर है कि उसकी पत्नी प्रीति चौकसी बेल्जियम की नागरिक है। साल 2018 में चौकसी के खिलाफ इंटरपोल का रेड नोटिस जारी हुआ था, लेकिन नवंबर 2022 में इसे वापस ले लिया गया था। चौकसी ने आरोप लगाए थे कि भारतीय एजेंट्स ने एंटीगुआ एंड बारबुडा से उसे किडनैप किया था और 23 मई 2021 को याच के जरिए डोमिनिका ले गए थे। पीएनबी के हजारों करोड़ रुपये के घोटाले में चौकसी और उसके भतीजे नीरव मोदी का नाम भी शामिल है। साल 2022 में ईडी ने मेहुल, प्रीति चौकसी और अन्य के खिलाफ तीसरी चार्जशीट दाखिल की थी। खबरें हैं कि नीरव इस समय लंदन की जेल में बंद है और वह भी भारत में प्रत्यर्पण के खिलाफ कोशिशों में जुटा हुआ है। वीरेंद्र/ईएमएस/14अप्रैल2025