नई दिल्ली,(ईएमएस)। राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू ने 13 अप्रैल 1919 के जलियांवाला बाग हत्याकांड में जान गंवाने वाले शहीदों को श्रद्धांजलि अर्पित की और कहा कि भारत हमेशा उनके बलिदान का ऋणी रहेगा। राष्ट्रपति ने यह संदेश सोशल मीडिया प्लेटफार्म एक्स (पूर्व में ट्विटर) पर साझा करते हुए स्वतंत्रता सेनानियों को नमन किया। राष्ट्रपति मुर्मू ने एक भावुक पोस्ट में लिखा, जलियांवाला बाग में भारत माता के लिए मरमिटने वाले सभी स्वाधीनता सेनानियों को मैं सादर श्रद्धांजलि अर्पित करती हूं। उनके बलिदान से हमारे स्वाधीनता संग्राम की धारा और प्रबल हो गई थी। कृतज्ञ भारत सदैव उनका ऋणी रहेगा। उन्होंने आगे लिखा, मुझे विश्वास है कि उन अमर बलिदानियों से प्रेरणा लेकर सभी देशवासी भारत की प्रगति में पूरे तन-मन-धन से अपना योगदान देते रहेंगे। जलियांवाला बाग हत्याकांड – एक काला अध्याय अमृतसर के जलियांवाला बाग में 13 अप्रैल 1919 को रॉलेट एक्ट के विरोध में शांतिपूर्ण सभा कर रहे हजारों निर्दोष लोगों पर ब्रिटिश ब्रिगेडियर जनरल डायर के नेतृत्व में गोलियां चलाई गईं थीं। अंग्रेजों की इस क्रूर कार्रवाई में सैकड़ों लोगों की मौत हो गई और हजारों घायल हुए थे। यह घटना भारतीय स्वतंत्रता आंदोलन के इतिहास में दर्ज सबसे दर्दनाक घटनाओं में से प्रमुख मानी जाती है। हिदायत/ईएमएस 13अप्रैल25