नई दिल्ली (ईएमएस)। देश में अगले साल गणतंत्र दिवस के अवसर पर घोषित किए जाने वाले पद्म पुरस्कारों के लिए ऑनलाइन नामांकन की प्रक्रिया शुरू हो गई है। इन पुरस्कारों के लिए ऑनलाइन नामांकन और सिफारिशें 15 मार्च 2025 से शुरू हो गई हैं और अंतिम तारीख 31 जुलाई 2025 तक है। शुक्रवार को एक आधिकारिक बयान में कहा गया कि इन्हें राष्ट्रीय पुरस्कार पोर्टल पर ऑनलाइन प्राप्त किया जाएगा। पद्म पुरस्कारों में पद्म विभूषण, पद्म भूषण और पद्म श्री देश के सर्वोच्च नागरिक सम्मानों में शामिल हैं। 1954 में स्थापित इन पुरस्कारों की घोषणा हर साल गणतंत्र दिवस के अवसर पर की जाती है। इन पुरस्कारों के अंतर्गत ‘उत्कृष्ट कार्य के लिए सम्मानित किया जाता है। पद्म पुरस्कार कला, साहित्य एवं शिक्षा, खेल, चिकित्सा, समाज सेवा, विज्ञान एवं इंजीनियरिंग, लोक कार्य, सिविल सेवा, व्यापार एवं उद्योग आदि जैसे सभी क्षेत्रों/विषयों में विशिष्ट और असाधारण उपलब्धियों/सेवा के लिए प्रदान किए जाते हैं। इन पुरस्कारों के लिए जाति, व्यवसाय, पद या लैंगिक भेदभाव के बिना सभी व्यक्ति पात्र हैं। हालांकि चिकित्सकों और वैज्ञानिकों को छोड़कर अन्य सरकारी सेवक, जिनमें सार्वजनिक क्षेत्र के उपक्रमों में काम करने वाले सरकारी सेवक भी शामिल है, पद्म पुरस्कारों के पात्र नहीं हैं। ‘लोगों के पद्म में बदलने के लिए प्रतिबद्ध: सरकार बयान में कहा गया कि सरकार पद्म पुरस्कारों को ‘लोगों के पद्म में बदलने के लिए प्रतिबद्ध है। इसमें कहा गया कि इसलिए, सभी नागरिकों से अनुरोध है कि वे स्व-नामांकन सहित नामांकन और सिफारिशें करें। इसके अनुसार, महिलाओं, समाज के कमजोर वर्गों, अनुसचित जाति और अनुसूचित जनजाति, दिव्यांग व्यक्तियों में से ऐसे प्रतिभाशाली व्यक्तियों की पहचान करने के लिए ठोस प्रयास किए जा सकते हैं जिनकी उत्कृष्टता और उपलब्धियां वास्तव में मान्यता के योग्य हैं और जो समाज के लिए निस्वार्थ सेवा कर रहे हैं। अधिकारियों ने कहा कि प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी की सरकार 2014 से कई ‘गुमनाम नायकों को पद्म पुरस्कारों से सम्मानित कर रही है, जो विभिन्न तरीकों से समाज में योगदान दे रहे हैं। सुबोध/१२-०४-२०२५