अहमदाबाद (ईएमएस)| गुजरात में तापमान लगातार बढ़ने लोगों को मुश्किलों में सामना कर पड़ रहा है| खासकर मजदूरों जिन्हें दोपहर की चिलचिलता धूप में काम करना पड़ता है, उन्हें काफी परेशानी हो रही है| जिसे देखते हुए गुजरात कांग्रेस ने मनरेगा समेत श्रमिकों को दोपहर के कार्य में राहत देने की मांग की है और इस संदर्भ में राज्य के मुख्यमंत्री को पत्र भी लिखा है| मनीष दोशी ने मुख्यमंत्री को लिखे पत्र में कहा कि गुजरात में गर्मी लगातार बढ़ती जा रही है। स्वाभाविक है कि चिलचिलाती गर्मी में श्रमिकों के लिए काम करना बेहद कठिन हो जाता है और भीषण गर्मी के कारण श्रमिक हीट स्ट्रोक के कारण गंभीर बीमारियों से ग्रस्त हो रहे हैं और कई मामलों में हीट स्ट्रोक जानलेवा साबित होता है। इसलिए श्रमिकों को दोपहर 1 से 4 बजे के बीच काम से राहत देना और सुबह का काम पहले शुरू करना। मनरेगा मजदूरों को दोपहर की चिलचिलाती गर्मी से राहत दिलाना बेहद जरूरी है। गुजरात में 49.02 लाख मनरेगा जॉब कार्ड जारी किये गये हैं। जिनमें 97.94 लाख श्रमिक पंजीकृत हैं, जिनमें से 15.67 लाख जॉब कार्ड सक्रिय हैं। राज्य में मनरेगा में काम करने वाले श्रमिकों के लिए किए गए प्रावधानों के अनुसार, विशेषकर महिला श्रमिकों के लिए स्वच्छ जल का विशेष ध्यान रखना आवश्यक है। मौसम विभाग के पूर्वानुमान के अनुसार गुजरात में भीषण गर्मी पड़ने की संभावना जताई गई है। ऐसे में जब तापमान लगातार बढ़ रहा है तब यह जरूरी हो गया है राज्य सरकार मनरेगा मजदूरों को दोपहर के काम में छूट दे ताकि उन्हें भीषण गर्मी से राहत मिल सके। सतीश/11 अप्रैल