-लोगों को गर्मी से मिली राहत, मौसम विभाग ने किया ऑरेंज अलर्ट जारी शिमला,(ईएमएस)। हिमाचल प्रदेश पर मौसम मेहरबान है और प्रदेश में फिर झमाझम बारिश हुई। गुरुवार को मंडी, कुल्लू, शिमला समेत कई जिलों में बारिश के साथ ओले भी गिरे हैं। हालांकि ओलावृष्टि से प्रदेश के बागवानों को भारी नुकसान हुआ है और सेब की फसल पर असर पड़ा है। मौसम विभाग ने शुक्रवार के लिए भी ऑरेंज अलर्ट जारी किया है। मौसम सुहावना हो गया है और लोगों को गर्मी से राहत मिली है। जानकारी के मुताबिक गुरुवार दोपहर बाद प्रदेश में मौसम ने करवट ली। इस दौरान कुल्लू में बारिश और ओले गिरे। बंजार उपमंडल में ओलावृष्टि से कई क्षेत्रों में किसानों और बागवानों की फसलों को भारी नुकसान हुआ। ओलावृष्टि के कारण नाशपाती, प्लम, खुरमानी, सेब की फ्लावरिंग और मटर की फसल को भारी नुकसान हुआ। बंजार उपमंडल के प्रभावित किसानों और बागवानों ने सरकार से उचित मुआवजे की मांग की है। स्थानीय निवासियों ने कहा कि कुल्लू जिले में लंबे समय के बाद मौसम खराब हुआ है। झमाझम बारिश से लोगों को गर्मी से बड़ी राहत मिली है। पिछले 20-25 दिनों से लगातार मौसम साफ होने से गर्मी बढ़ रही थी। अब बारिश होने से किसानों और बागवानों की फसलों को भी संजीवनी मिली है। ग्रामीणों ने बताया कि पिछले पांच सालों से मौसम में बदलाव हो रहा है और क्लाइमेट चेंज के कारण कुल्लू में भी ज्यादा गर्मी महसूस हो रही है। इसके चलते अब लोग कूलर और एसी का इस्तेमाल कर रहे हैं। इसी तरह, मंडी शहर में बारिश के अलावा, सराज में भयंकर ओलावृष्टि हुई और घाटी में सफेद चादर बिछ गई। धर्मपुर के आसपास के इलाकों में बारिश और ओले गिरने से लोगों को गर्मी से राहत मिली। शिमला शहर में भी ओले गिरे। वहीं, रामपुर और इसके आसपास के क्षेत्रों में पिछले दो दिनों से लगातार हो रही बारिश, ओलावृष्टि और तेज़ तूफान ने स्थानीय किसानों और बागवानों की कमर तोड़ दी है। ओलावृष्टि के कारण बगीचों में खिले फूल और छोटे फल झड़ गए हैं, जिससे बागवानी क्षेत्र को करीब 25 फीसदी तक नुकसान हुआ है। इससे न केवल उत्पादन प्रभावित होगा, बल्कि फल की गुणवत्ता और बाजार मूल्य में भी गिरावट आएगी। मटर की फसल भी ओलों की चपेट में आकर नष्ट हो गई है। गेहूं और जौ की फसलें भी खेतों में लेटी गई, जिससे इनके उत्पादन में भी भारी गिरावट की आशंका जताई जा रही है। मौसम विज्ञान केंद्र शिमला ने शुक्रवार के लिए भी प्रदेश के आठ जिलों के बारिश और बर्फबारी का येलो जारी किया है। इस दौरान तूफान भी चलेगा। उधर, प्रदेश के ऊना जिले में पारा 38 डिग्री पहुंच गया है। वहीं, लाहौल स्पीति में न्यूनतम पारा 2 डिग्री के आसपास है और यहां पर अब भी ठंड है। 12 अप्रैल को लाहौल-स्पीति, चंबा, कुल्लू और कांगड़ा जिलों के ऊंचे इलाकों में हल्की बारिश-बर्फबारी के आसार हैं। 13 अप्रैल से पूरे प्रदेश में मौसम साफ रहने की संभावना जताई गई है। सिराज/ईएमएस 11अप्रैल25