राष्ट्रीय
11-Apr-2025


पटना, (ईएमएस)। बिहार में दो दिन हुए बेमौसम बारिश, आसमानी बिजली गिरने और तूफान के कारण 31 लोगों की मौत हो गई। बिहार के नालंदा, सीवान, भोजपुर, गोपालगंज, बेगूसराय, सारण, गया, जहानाबाद और अरवल में बिजली गिरने और भारी बारिश के कारण विभिन्न स्थानों पर पेड़, दीवारें, पुलिया और मलबा गिरने से बड़े पैमाने पर जान-माल का नुकसान हुआ। इन जिलों में कुल 31 लोगों की मौत हुई है, जिसमें सबसे अधिक 13 लोगों की जान नालंदा जिले में गई है। राज्य के नालंदा जिले के मानपुर थाने के नागवान गांव में एक देवी स्थान की दीवार पर एक बड़ा पीपल का पेड़ गिर गया, जिससे पेड़ और दीवार के मलबे के नीचे 6 लोग दब गए। इस्लामपुर जिले के बालमत बीघा गांव के पास एक पुलिया ढह जाने से मलबे में दबकर एक वृद्ध महिला, उसके 2 वर्षीय पोते और 9 महीने की पोती की मौत हो गई। जिले के पावापुरी सहायक थाना के दुर्गापुर खांडा में ताड़ के पेड़ गिरने से एक 10 वर्षीय बालक की मौत हो गई। जिले के सिलाव के माधोपुर में ताड़ के पेड़ से दबकर दो लोगों की मौत हो गई। वहीं, राजगीर के सारिलचक में पेड़ से दबकर एक व्यक्ति की मौत हो गई। भोजपुर में मां-बच्चे समेत 5 लोगों की मौत हो गई है। इनमें से एक व्यक्ति की मौत आसमानी बिजली गिरने से हुई, जबकि चार अन्य की मौत दीवार और पेड़ से दबकर हुई। उधर भोजपुर के बरहारा में बिहार को उत्तर प्रदेश से जोड़ने वाला महुली घाट-सिताबदियारा पोंटून पुल भारी तूफान और बारिश के कारण टूट गया। इसके अलावा सिवान में आसमानी बिजली गिरने से चार लोगों की मौत हो गई। सारण के पानापुर में आसमानी बिजली गिरने से दो लोगों की मौत हो गई। गोपालगंज में एक झोपड़ी पर पेड़ गिरने से एक महिला की मौत हो गई। जहानाबाद में आसमानी बिजली गिरने से दो लोगों की मौत हो गई। खबर है कि अरवल-पटना सीमा पर पटना के बेदौली गांव में दीवार और पेड़ के नीचे दबकर 2 लोगों की मौत हो गई। बेगूसराय के चेरिया बरियारपुर में बिजली गिरने से एक बच्ची की मौत हो गई। इसी तरह, गया जिले के तंकुप्पा प्रखंड के बेतौरा पंचायत के मायापुर गांव में दीवार गिरने से 8 वर्षीय बच्चे की मौत हो गई। तूफान और बारिश से फसलों को भी भारी नुकसान हुआ है। कई स्थानों पर पेड़ गिर गए। फूस व छप्पर वाले मकानों को भारी नुकसान पहुंचा है। कई स्थानों पर बिजली आपूर्ति बाधित हो गई है। जिन किसानों की गेहूं की फसल अभी तक नहीं कटी है। उन्हें कुछ राहत मिली है। लेकिन जिन लोगों की फसलें अभी खेतों में कटाई करके पड़ी हैं, उन्हें इस तूफान और बारिश के कारण काफी नुकसान हुआ है। संतोष झा- ११ अप्रैल/२०२५/ईएमएस