वॉशिंगटन(ईएमएस)। दुनिया के शीर्ष अरबपतियों में शुमार माइक्रोसॉफ्ट के सह-संस्थापक बिल गेट्स ने अपने बच्चों से साफ कह दिया है कि वे उन्हे पूरी संपत्ति देने वाले नहीं हैं, इससे बेहतर होगा कि बच्चे अपनी पहचान खुद बनाएं और हमारे भरोसे में न रहें। गेट्स ने घोषणा की है कि वह अपनी कुल संपत्ति का केवल एक प्रतिशत हिस्सा अपने तीनों बच्चों के लिए छोड़ने जा रहे हैं, बाकी पूरी संपत्ति वे दान करने की योजना बना चुके हैं। गेट्स का मानना है कि उनके बच्चों को अच्छी परवरिश और शिक्षा मिली है, अब उन्हें अपनी खुद की पहचान बनानी चाहिए। उन्होंने कहा कि यह कोई राजवंश नहीं है, और वे अपने बच्चों से माइक्रोसॉफ्ट जैसी कंपनी चलाने की अपेक्षा नहीं करते। बल्कि वे चाहते हैं कि उनके बच्चे अपनी मेहनत और योग्यता के दम पर सफलता प्राप्त करें। गेट्स पहले भी कई बार कह चुके हैं कि अपने बच्चों को पूरी संपत्ति देना एक गलती होगी। उनके अनुसार, यह जरूरी है कि बच्चे माता-पिता के प्यार और समर्थन को गलत न समझें और इसीलिए उन्होंने पहले ही साफ कर दिया है कि वे सभी बच्चों के साथ समान व्यवहार करते हुए, उन्हें अवसर जरूर देंगे, परंतु संपत्ति का बड़ा हिस्सा परोपकार के लिए होगा। गेट्स और उनकी पूर्व पत्नी मेलिंडा के तीन बच्चे हैं – जेनिफर, रोरी और फीबी। तीनों ने प्रतिष्ठित संस्थानों से पढ़ाई की है और अपने-अपने क्षेत्र में अच्छा कर रहे हैं। गेट्स का कहना है कि उनकी प्राथमिकता है कि उनकी संपत्ति ‘बिल एंड मेलिंडा गेट्स फाउंडेशन’ के ज़रिए उन लोगों तक पहुंचे जिन्हें इसकी सबसे ज्यादा जरूरत है। उन्होंने 2010 में ‘गिविंग प्लेज’ की शुरुआत भी की थी, जिसका उद्देश्य अमीर लोगों को अपनी संपत्ति का बड़ा हिस्सा दान करने के लिए प्रोत्साहित करना है। बिल गेट्स की इस सोच में वॉरेन बफेट, जेफ बेजोस, माइकल ब्लूमबर्ग और स्टीव जॉब्स की पत्नी लॉरेन जैसी हस्तियां भी शामिल हैं, जिन्होंने विरासत के बजाय समाज को प्राथमिकता दी है। रिपोर्ट के अनुसार, बिल गेट्स की कुल संपत्ति लगभग 162 बिलियन डॉलर यानी करीब 13,900 अरब रुपये है। इसका एक प्रतिशत भी करीब 1.62 बिलियन डॉलर होता है, जो भारत के लिहाज से देखें तो कई बड़ी कंपनियों की कुल वैल्यू से भी अधिक है। वीरेंद्र/ईएमएस/08अप्रैल2025