अंतर्राष्ट्रीय
08-Apr-2025
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वाशिंगटन (ईएमएस)। सूर्य की एक दुर्लभ घटना को यूरोपियन स्पेस एजेंसी (ईएसए) के सोलर आरबीटर ने रिकॉर्ड किया है। रिकार्डिंग में एक विशाल घूमती हुई प्लाज्मा स्ट्रीम को देखा गया। 12 अक्टूबर 2022 को यह स्ट्रीम सूर्य से निकलते हुए देखी गई थी, जो एक कोरोना मास इजेक्शन (सीएमई) के बाद उत्पन्न हुई। वैज्ञानिकों के अनुसार, यह घटना सूर्य की ऊर्जा प्रक्रिया को समझने में अहम भूमिका निभा सकती है। यह स्ट्रीम लगभग 20 लाख किलोमीटर तक फैली हुई थी और इसे तीन घंटे से अधिक समय तक रिकॉर्ड किया गया। सूर्य की बाहरी परत, जिसे कोरोना कहा जाता है, से यह प्लाज्मा स्ट्रीम बाहर निकलती देखी गई। यह वही परत है जो सूर्यग्रहण के दौरान आंखों को दिखाई देती है। इससे पहले भी सूर्य के कोरोना में ऐसी हेलिकल संरचनाएं देखी गई हैं, लेकिन इतनी विस्तृत और लंबी अवधि तक दर्ज नहीं की गई थीं। इस घटना को सोलर आरबीटर के मेटिस उपकरण ने रिकॉर्ड किया, जो सूर्य की मुख्य चमक को ब्लॉक कर उसकी बाहरी परत को स्पष्ट रूप से देखने की सुविधा प्रदान करता है। वैज्ञानिकों के अनुसार, सूर्य की कोरोना में ‘इंटरचेंज रिकनेक्शन’ नामक प्रक्रिया होती है, जहां मैग्नेटिक फील्ड की बंद लाइनों के टूटने और खुली लाइनों से जुड़ने के कारण ऊर्जा मुक्त होती है। जब यह ऊर्जा अत्यधिक बढ़ जाती है, तो सूर्य एक बड़ा सीएमई अंतरिक्ष में फेंकता है। इस प्रक्रिया के दौरान घूमती हुई मैग्नेटिक ऊर्जा एक ‘फ्लक्स ट्यूब’ बनाती है, जिसे पहली बार इतने विस्तार से कैद किया गया है। सोलर आरबीटेर और नासा के पार्कर सोलर प्रोब जैसे मिशन सूर्य के रहस्यों को उजागर कर रहे हैं। वैज्ञानिक लंबे समय से यह समझने की कोशिश कर रहे हैं कि सूर्य की बाहरी परत कोरोना एक मिलियन डिग्री सेल्सियस से अधिक गर्म क्यों होती है और सौर हवा इतनी तीव्र गति से कैसे बहती है। सुदामा/ईएमएस 08 अप्रैल 2025