* राष्ट्रीय सम्मेलन कांग्रेस की विचारधारा की पुनर्स्थापना को और मजबूत करेगा : शक्तिसिंह गोहिल अहमदाबाद (ईएमएस)| कांग्रेस पार्टी के राष्ट्रीय अधिवेशन को लेकर राजीव गांधी भवन में एक संवाददाता सम्मेलन को संबोधित करते हुए अखिल भारतीय कांग्रेस कमेटी के मीडिया एवं प्रचार विभाग के अध्यक्ष पवन खेड़ा ने कहा कि गुजरात के सभी नेता लगातार अधिवेशन की तैयारी कर रहे हैं। इसके लिए गुजरात के नेतृत्व को साधुवाद| कांग्रेस का अधिवेशन पार्टी की बैठक नहीं, पारिवारिक बैठक है| यह संभव नहीं है कि कोई एक नेता कोई निर्णय ले और सभी उसका पालन करें। कांग्रेस में ऐसा कभी नहीं होगा| जब अंग्रेजों का शासन था तो कांग्रेस पार्टी के नेताओं ने जनता को एकजुट रखकर अंधकार को दूर किया। अंधकार पर विजय पाना एक सतत संघर्ष है। पवन खेड़ा ने कहा कि पिछले 30 साल से गुजरात में लोकतंत्र का गला घोंटा जा रहा है| कांग्रेस एक राजनीतिक दल से बढ़कर समाज की आवाज है। समाज की आवाज को कभी दबाया नहीं जा सकता| गुजरात में होने वाले ऐतिहासिक सम्मेलन को लेकर एक संवाददाता सम्मेलन को संबोधित करते हुए गुजरात प्रदेश कांग्रेस कमेटी के अध्यक्ष और सांसद शक्तिसिंह गोहिल ने कहा कि कांग्रेस पार्टी का राष्ट्रीय सम्मेलन कांग्रेस की विचारधारा की पुनर्स्थापना को और मजबूत करेगा। हम उन लोगों को संदेश देंगे जिन्होंने सरदार पटेल की पंक्ति को छोटा किया। सरदार स्मारक में सरदार पटेल की घड़ी, कुर्सी, धोती, बंडी, कुर्ती है. महानता की आभा देदीप्यमान है इसलिए सीडब्ल्यूसी है। हम उन लोगों को संदेश देंगे जिन्होंने सरदार पटेल की लकीर को छोटा किया। सरदार स्मारक में सरदार पटेल की घड़ी, कुर्सी, धोती, बंडी, कुर्ती है और महानता की आभा देदीप्यमान है इसलिए वहां सीडब्ल्यूसी है। करमसद का नाम मिटाने का प्रयास किया जा रहा है। स्टेडियम का नाम सरदार पटेल के नाम पर था जिसे मिटा दिया गया है। सम्मेलन का विषय सरदार साहब और महात्मा गांधी के विचारों पर है। सीडब्ल्यूसी 8 अप्रैल को सुबह 11:30 बजे सरदार पटेल मेमोरियल में आयोजित की जाएगी। जिसमें देशभर के प्रदेश अध्यक्ष, सीडब्ल्यूसी के सदस्य, विधायक दल के नेता, सीएलपी नेता आएंगे और शाम 5 बजे प्रार्थना सभा होगी| शाम 7 बजे सम्मेलन स्थल पर सांस्कृतिक कार्यक्रम होगा. सांस्कृतिक कार्यक्रम गुजरात की परंपरा को उजागर करेगा। गुजरात विधानसभा कांग्रेस पार्टी के नेता अमित चावड़ा ने कहा कि सरकार गांधीजी के विचारों के विपरीत चल रही है। गुजरात के हीरा, कपड़ा, चीनी मिट्टी समेत अन्य उद्योग मंदी से प्रभावित हुए हैं। इस बात पर विचार किया जाएगा कि क्या छोटे और मध्यम आकार के उद्योगों को मदद देने की कांग्रेस की विचारधारा को लागू किया जा सकता है। उन्होंने कहा कि गुजरात में नशाबंदी तो है लेकिन सिर्फ कागजों पर| नशा युवाओं को बर्बाद कर रहा है। विकसित गुजरात की बात करें तो यहां 40 फीसदी बच्चे कुपोषित हैं| आने वाले दिनों में देश को कुपोषण से मुक्ति मिलेगी। शिक्षा, स्वास्थ्य समेत सुविधाएं दिलाने पर बातचीत होगी| अंग्रेज और रावण दोनों को घमंड था, सत्ता में बैठे लोगों का घमंड टूटेगा।” सतीश/07 अप्रैल