राष्ट्रीय
07-Apr-2025
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नई दिल्ली(ईएमएस)। देश की आबादी 140 करोड़ की है। देश में लाखों लोग बड़ी गाड़ियां, आलीशान घर के साथ बड़ी शान-औ-शौकत की जिंदगी जीते हैं। उन्हे देखकर लगता है कि महीने में एक दो करोड़ तो कमाते ही होंगे। पर, जब आयकर रिटर्न की बात आती है तो ये सिर्फ बहम ही दिखाई देता है। आयकर विभाग की वेबसाइट पर उपलब्ध लेटेस्ट डेटा के मुताबिक, 31 मार्च 2025 तक रु 1 करोड़ या उससे अधिक सालाना आय वाली केवल 3.24 लाख इनकम टैक्स रिटर्न ही फाइल हुई हैं। यानी इतने ही लोगों ने ये माना है कि उनकी सालाना कमाई एक करोड़ रुपये से ज्यादा है। अगर हम कंपनियां, फर्म्स, ट्रस्ट्स सरकारी और स्थानीय निकायों को भी इस गिनती में शामिल करें तो यह आंकड़ा 4.68 लाख ही पहुंचता है। 31 मार्च 2025 तक कुल 9.19 करोड़ आईटीआर फाइल किए जा चुके हैं, जिनमें से 8.64 करोड़ रिटर्न ई-वेरिफाई हो चुके हैं। 3.24 लाख में से सबसे ज्यादा यानी 2.97 लाख लोग ऐसे रहे जिनकी आय1 से 5 करोड़ के बीच थी। वहीं, 5 से 10 करोड़ आय वालों की संख्या 16,797 और 10 करोड़ से अधिक कमाने वालों की संख्या 10,184 दर्ज की गई है। कंपनियां, फर्म्स, ट्रस्ट्स, सरकारी और स्थानीय निकायों का मिलाने पर सालाना एक करोड़ से ज्यादा कमाने वालों की संख्या 4.68 लाख हो जाती है। इनमें से 1-5 करोड़ आय वाले 3.89 लाख, 5-10 करोड़ के बीच 36,000 से ज्यादा और 10 करोड़ से ऊपर आय वाले 43,000 से अधिक रिटर्न फाइलर शामिल हैं। आयकर पोर्टल पर कुल 14.01 करोड़ रजिस्टर्ड यूजर्स हैं, जिनमें से 12.91 करोड़ व्यक्तिगत करदाता हैं। इनमें से 11.86 करोड़ से ज्यादा यूजर्स ने अपना आधार लिंक कर रखा है। सभी रिटर्न फाइल करने वालों की संख्या में सालाना आधार पर 7.81 प्रतिशत की ग्रोथ दर्ज की गई है। वीरेंद्र/ईएमएस 07 अप्रैल 2025